मध्य प्रदेश में स्व-रोजगार के लिए 1743 स्व-सहायता समूहों को 20 करोड़ से अधिक का लोन
समूहों को उपलब्ध करवाई जा रही इस राशि से महिलाओं को स्व-रोजगार आगे बढ़ाने में बड़ी मदद मिलती है। इन समूहों द्वारा तैयार सामग्रियों के विक्रय के लिये बाजार भी उपलब्ध करवाया जाता है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जीवन शक्ति योजना में मास्क बनाने का काम भी इन महिला स्व-सहायता समूहों को दिया गया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में दीनदयाल अन्त्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में स्व-रोजगार स्थापना के लिए 1743 महिला स्व-सहायता समूहों को विभिन्न वित्तीय संस्थाओं से जोड़ कर 20 करोड़ 75 लाख रुपये का लोन उपलब्ध करवाया गया है। प्रदेश में 52 जिलों के 120 नगरीय निकायों में अभी तक 25 हजार 478 स्व-सहायता समूह गठित किये जा चुके हैं। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास पी. नरहरि ने जानकारी दी है कि वर्ष 2019-20 में 3308 स्व-सहायता समूहों का गठन किया गया है। इनमें से 2377 समूहों को 10-10 हजार रुपये प्रति समूह के मान से कुल 2 करोड़ 37 लाख रुपये की आवर्ती निधि दी गयी है।
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समूहों को मिले लोन के प्रचलित ब्याज दर 7 प्रतिशत से ऊपर की दर की राशि ब्याज अनुदान के रूप में online PAISA Portal के माध्यम से प्रतिमाह स्व-सहायता समूहों के खाते में (डी.बी.टी.) जमा की जा रही है। हर माह लगभग 10 लाख रुपये समूहों के खाते में डीबीटी किये जा रहे हैं। समूहों को उपलब्ध करवाई जा रही इस राशि से महिलाओं को स्व-रोजगार आगे बढ़ाने में बड़ी मदद मिलती है। इन समूहों द्वारा तैयार सामग्रियों के विक्रय के लिये बाजार भी उपलब्ध करवाया जाता है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जीवन शक्ति योजना में मास्क बनाने का काम भी इन महिला स्व-सहायता समूहों को दिया गया है।
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