'कांग्रेस और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद भूल गए हैं भाषा की मर्यादा', अखिलेश के बयान पर भड़के केशव मौर्य
अखिलेश ने शुक्रवार को फिर एक बार बिना नाम लिए सीएम योगी पर वार किया। अखिलेश ने कहा कि भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जगह में धूर्त अनंत। इसी को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है।
उत्तर प्रदेश की सियासत में भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच लगातार वार-पलटवार कौ दार देखने को मिल रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मठाधीश और माफिया वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा उनपर हमलावर है। अखिलेश ने शुक्रवार को फिर एक बार बिना नाम लिए सीएम योगी पर वार किया। अखिलेश ने कहा कि भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जगह में धूर्त अनंत। इसी को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है।
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डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव आप कांग्रेस के मोहरा और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपके बयानबाज़ी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है। ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा माँगें। आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया एवं गुंडा सपा से जुड़ा था। उन्होंने पिछली सपा सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता एवं गुंडागर्दी का तांडव करते थे तो बबुआ (यहां उनका आशय शायद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से था) घर से बाहर नहीं निकलता था।
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योगी ने कहा कि बबुआ 12 बजे सोकर उठता था। जनता पिसती थी। आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर में एक जनसभा में कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया एवं गुंडा सपा से जुड़ा था, उसका पदाधिकारी या शागिर्द था। उन्होंने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की हद को पार करते हुए पर्व एवं त्योहारों में इन लोगों ने अराजकता फैलाई थी तथा होली, दीवाली, रक्षाबंधन-शिवरात्रि, रामनवमी-जन्माष्टमी पर पाबंदी लगा दी थी। एक बयान के मुताबिक उन्होंने कहा कि इन्होंने थाना, पुलिस लाइन एवं जेलों में जन्माष्टमी के आयोजनों पर रोक लगा दी थी।
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