केजरीवाल ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, कहा- बाहरी लोगों ने दिल्ली में किया दंगा
आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और गोपाल राय ने बुधवार को केंद्र से गुहार लगाई कि हालात को काबू में करने के लिए उत्तरपूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में वह सेना को तैनात करे। साथ ही पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि वह कार्रवाई करें न कि ‘‘औपचारिकता’’ के लिए बैठकें करें।
नयी दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में बाहरी और कुछ राजनीतिक एवं असामाजिक तत्व शामिल थे। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और गोपाल राय ने मांग की कि हिंसा को काबू में करने के लिए दंगा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए। मुख्यमंत्री ने दिल्ली विधानसभा में अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि जरूरत पड़े तो दंगा प्रभावित इलाकों में सेना को तैनात किया जाए। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का आम आदमी हिंसा में संलिप्त नहीं था और कहा कि शवों के ढेर पर आधुनिक दिल्ली का निर्माण नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर किसी को नुकसान हुआ है और नफरत एवं हिंसा की राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बुधवार की शाम को केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कुछ दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की।
Delhi CM Arvind Kejriwal and Deputy CM Manish Sisodia are visiting sensitive areas in #NortheastDelhi and interacting with the local residents there, to take stock of the situation of the area. pic.twitter.com/khsoWN9pLh
— ANI (@ANI) February 26, 2020
केजरीवाल ने सदन में कहा, ‘‘दिल्ली के लोगों के पास दो विकल्प है। एक है कि हम एकजुट हो जाएं और दिल्ली का भविष्य समृद्ध बनाएं और दूसरा विकल्प है कि हिंसा में शामिल हों। आधुनिक दिल्ली का निर्माण शवों के ढेर पर नहीं किया जा सकता है। हमें दिल्ली को अच्छे स्कूलों, अस्पतालों के माध्यम से विकसित शहर बनाना है।’’ उन्होंने जानना चाहा कि इस तरह की घटनाएं क्यों होती हैं और उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई हिस्से में हुई हिंसा में कौन लोग शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली का आम आदमी हिंसा में शामिल नहीं है। कुछ बाहरी लोग, कुछ राजनीतिक तत्व और कुछ असामाजिक तत्व हिंसा में संलिप्त हैं। हिंदू और मुस्लिम नहीं लड़ते और वे शांति से रहना चाहते हैं।’’ आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और गोपाल राय ने बुधवार को केंद्र से गुहार लगाई कि हालात को काबू में करने के लिए उत्तरपूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में वह सेना को तैनात करे। साथ ही पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि वह कार्रवाई करें न कि ‘‘औपचारिकता’’ के लिए बैठकें करें।
Delhi: CM Arvind Kejriwal and Deputy CM Manish Sisodia interact with the local residents in the sensitive areas in #NortheastDelhi, to take stock of the situation there. pic.twitter.com/pkYEgP9f1y
— ANI (@ANI) February 26, 2020
आप नेता सिंह ने आरोप लगाया कि एक ओर तो शाह बैठकें कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता उकसावे वाले बयान दे रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थिति को लेकर गृह मंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। दूसरी ओर भाजपा नेता कपिल मिश्रा हिंसा भड़का रहे हैं। भाजपा के लक्ष्मी नगर के विधायक अभय वर्मा भी कल भड़काऊ नारे लगाते देखे गए। यह भाजपा के दोहरे चरित्र का उदाहरण है।’’ सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा की महिला शाखा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि दिल्ली के लोगों ने ‘‘मुफ्त बिजली और पानी की भारी कीमत’’ चुकाई है। सिंह और राय दोनों ने पूछा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुरोधों के बावजूद सीमावर्ती इलाकों को सील क्यों नहीं किया गया। संजय सिंह ने दावा किया कि हालात को काबू में करने के लिए आप सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, साथ ही कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महज ‘‘औपचारिकता’’ के लिए बैठकें नहीं कर सकते। सिंह ने कहा, ‘‘गृह मंत्री जाग जाईये, आप महज औपचारिकता के लिए बैठकें बुला रहे हैं, और आपकी पार्टी के सदस्य क्या कर रहे हैं। वे हिंसा भड़का रहे हैं। महज औपचारिकता के लिए बैठकें करने से समाधान निकलने वाला नहीं है।’’
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