विधानसभाध्यक्ष के लिए चुनाव में अपने कर्तव्य का निवर्हन कर सकते हैं जिरवाल : पवार
महाराष्ट्र विधानसभा का दो-दिवसीय विशेष सत्र रविवार से शुरू होगा। इस दौरान नए अध्यक्ष का चुनाव होगा और एकनाथ शिंदे-नीत नवगठित सरकार को विश्वास मत का सामना करना पड़ेगा। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला शिवसेना विधायक राजन साल्वी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राहुल नार्वेकर के बीच है।
मुंबई| महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से एक दिन पहले शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभा सकते हैं। शिवसेना के एकनाथ शिंदे खेमे ने जिरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था।
महाराष्ट्र विधानसभा का दो-दिवसीय विशेष सत्र रविवार से शुरू होगा। इस दौरान नए अध्यक्ष का चुनाव होगा और एकनाथ शिंदे-नीत नवगठित सरकार को विश्वास मत का सामना करना पड़ेगा। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला शिवसेना विधायक राजन साल्वी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राहुल नार्वेकर के बीच है।
शिवसेना के एकनाथ शिंदे धड़े के सामने मौजूदा चुनौती पर पुणे में पत्रकारों से पवार ने कहा कि यह एक लंबी कानूनी लड़ाई होगी कि शिवसेना के किस समूह को आधिकारिक विधायक दल माना जाएगा।
पवार ने कहा कि वह एक ऐसे राज्य के मामले को जानते हैं जहां कुछ विधायकों ने अपनी पार्टी के व्हिप के खिलाफ मतदान किया था, जिसके बाद मामले को अध्यक्ष के समक्ष रखा गया, जिन्होंने पार्टी को मान्यता देने के लिए चार साल बर्बाद कर दिए।
निर्णय लेने के लिए (अध्यक्ष के चुनाव के दौरान) जिरवाल के कानूनी अधिकारों पर एक सवाल का जवाब देते हुए पवार ने कहा, ‘‘यह सच है कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव है, लेकिन यह उन्हें दायित्वों के निर्वहन से प्रतिबंधित नहीं करता है। वह विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष का कर्तव्य निभा सकते हैं।’’
कांग्रेस के नाना पटोले के पिछले साल फरवरी में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बनने के लिए इस्तीफा देने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है।
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