संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले एस जयशंकर, तमिलों की उम्मीदों को पूरा करना खुद श्रीलंका के हित में है
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों में भारत हमेशा श्रीलंका की एकता, स्थिरता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति कटिबद्ध रहा है।
कोलंबो। भारत ने बुधवार को श्रीलंका का आह्वान किया कि वह मेलमिलाप की प्रक्रिया के तहत ‘‘अपने खुद के हित में’’ एक संगठित देश के भीतर समानता, न्याय और सम्मान की अल्पसंख्यक तमिलों की उम्मीदों को पूरा करे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने श्रीलंकाई समकक्ष दिनेश गुणावर्धना के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में श्रीलंका की मेलमिलाप प्रक्रिया में भारत के समर्थन और जातीय सौहार्द को प्रोत्साहन देने वाले ‘‘समावेशी राजनीतिक दृष्टिकोण’’ को रेखांकित किया। जयशंकर इस साल की अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत द्वीप देश के दौरे पर हैं।
इसे भी पढ़ें: जयशंकर ने कतर के अमीर और PM से की मुलाकात, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों पर चर्चा की
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों में भारत हमेशा श्रीलंका की एकता, स्थिरता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति कटिबद्ध रहा है। श्रीलंका में मेलमिलाप की प्रक्रिया के प्रति हमारा समर्थन चिरकालिक है तथा हम जातीय सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए एक समावेशी राजनीतिक दृष्टिकोण रखते हैं।’’ जयशंकर ने कहा कि एक संगठित श्रीलंका के भीतर समानता, न्याय, शांति एवं सम्मान की तमिल लोगों की उम्मीदों को पूरा करना खुद श्रीलंका के अपने हित में है।
इसे भी देखें: श्रीलंका की तीन दिवसीय यात्रा पर एस जयशंकर, कोरोना समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा
अन्य न्यूज़