स्वच्छता में इंदौर रहेगा नंबर वन... 7500 सफाईकर्मी गए छुट्टी पर तो शहरवासियों ने उठा ली झाडू
वाल्मीकि समाज के आराध्य गोगा देव के प्रकट उत्सव गोगा नवमी पर इंदौर नगर निगम के साढे सात हजार सफाईकर्मी छुट्टी पर चले गए जिसके कारण इंदौर की सफाई रुक गई लेकिन शहर स्वच्छता के रैंक पर नबंर वन पर बना रहे इसके लिए शहर के आम नागरिकों से लेकर जनप्रतिनिधि सड़क की सफाई करने सड़क पर उतर गए।
देश में अगर कोई एक ऐसा शहर है जो स्वच्छता के मामले में नबंर वन है तो वह है इंदौर शहर। जितना ये शहर सुंदर और स्वच्छ है वहीं यहां के लोग भी कुछ ऐसे ही सोच के है। जी हां, इस शहर का हर एक नागरिक स्वच्छता में एकजुटता से काम करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाल्मीकि समाज के आराध्य गोगा देव के प्रकट उत्सव गोगा नवमी पर इंदौर नगर निगम के साढे सात हजार सफाईकर्मी छुट्टी पर चले गए जिसके कारण इंदौर की सफाई रुक गई लेकिन शहर स्वच्छता के रैंक पर नबंर वन पर बना रहे इसके लिए शहर के आम नागरिकों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने अपने हाथों में झाड़ू उठाई और सड़क की सफाई करने सड़क पर उतर गए।
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आपको जानकर हैरानी होगी की शहर के नागिरकों ने कुछ ही घंटों की मेहनत में पूरे शहर को बिल्कुल साफ और चकाचक कर दिया। सफाई का अभियान रविवार की सुबह हापौर पुष्यमित्र भार्गव, मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक आकाश विजयवर्गीय ने राजवाड़ा क्षेत्र से शुरू की जिसके बाद शहर के कई अलग-अलग हिस्सों में नागरिकों से लेकर जनप्रतिनिधयों ने सफाई अभियान चलाया। इंदौर के पाटनीपुरा क्षेत्र में विधायक रमेश मेंदोला और नगर निगम के सभापति मुन्नालाल यादव ने भी सफाई में पूरा योगदान दिया।
सभी ने मिलकर झांड़ू लगाई
महापौर से लेकर नगर निगम के अधिकारी तक ने राजवाड़ा में पहुंचकर झाड़ू लगाई और कचरा कर फेंका। क्षेत्र के गलियों तक की सफाई की गई। इदौंर के पाटनीपुरा क्षेत्र में भी शहरीवासियों ने सड़कों पर झाड़ू लगाई और सफाई में अपना पूरा योगदान दिया। लोगों के मुताबिक, सफाईकर्मी साल में केवल एक दिन छुट्टी पर रहते हैं इसलिए ये हमारा कर्तव्य है कि हम सभी शहर की सफाई करें। जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर शहर में गोगा नवमी के अगले दिन सफाई कर्मियों का अवकाश होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों तक सड़कों की सफाई करने निकलते है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है। यह सफाई कार्य का पांचवा साल है और इसे वर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह चार साल पूर्व जब निगम आयुक्त के पद पर थे तब इन्होंने ही इस सफाई परंपरा को शुरू कराया था।
Many have asked me, “What makes Indore the cleanest city of India?” My answer has been, “it is the people”.
— Roopa Mishra (@RoopaMishra77) August 21, 2022
Following Goga Navami, 16000+ Indorians stepped out today on the streets to clean their city giving a day’s break to the 10,000+ civic staff. Jan Bhagidari in action! pic.twitter.com/r41yxj9Zc1
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