इंदौर में संक्रमितों की संख्या 3600 के करीब पहुंची, अब तक 141 मरीजों की मौत
कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान जिले के तीन और मरीजों की मौत हो गयी। गौरतलब है कि इनमें शामिल 72 वर्षीय पुरुष ने एक निजी अस्पताल में 14 मई को दम तोड़ा था। लेकिन उसकी मौत की आधिकारिक जानकारी 20 दिन की देरी से दी गयी।
इंदौर। देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में पिछले 24 घंटे के दौरान इस महामारी के 27 नये मामले मिले हैं। इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की कुल तादाद 3,570 से बढ़कर 3,597 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इलाज के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त होने पर अब तक जिले के 2,132 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
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अधिकारी ने यह भी बताया कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान जिले के तीन और मरीजों की मौत हो गयी। गौरतलब है कि इनमें शामिल 72 वर्षीय पुरुष ने एक निजी अस्पताल में 14 मई को दम तोड़ा था। लेकिन उसकी मौत की आधिकारिक जानकारी 20 दिन की देरी से दी गयी। कोविड-19 से मौत के तीन नये मामलों के बाद जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद 141 पर पहुंच गयी है।
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जिले में कोविड-19 से मरने वाले लोगों का आधिकारिक ब्योरा देरी से दिये जाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के साथ ही गैर सरकारी संगठन आरोप लगा रहे हैं कि विभाग इन मौतों का खुलासा अपनी सुविधानुसार कर रहा है जिससे महामारी के सरकारी आंकड़ों की विश्वसनीयता को लेकर संदेह पैदा होता है। कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण मद्देनजर इंदौर जिला रेड जोन में बना हुआ है। जिले में इस प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी।
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