भारत और ब्रिटेन ने अफगानिस्तान, हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा की, सहयोग बढ़ाने पर राजी
वार्ता पर जारी एक बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर और ट्रूस ने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान घोषित उन्नत व्यापार साझेदारी के विस्तार में प्रगति का स्वागत किया।
नयी दिल्ली| विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की तथा दोनों देशों ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने पर सहमत हुए।
दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान को सुरक्षित एवं निर्बाधमानवीय सहायता पहुंचाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उनका यह भी मानना था कि यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग किसी भी देश के खिलाफ हमले या आतंवादियों की पनाहगाह के रूप में नहीं हो।
इस बात पर जोर देते हुए कि भारत और ब्रिटेन सीओपी 26 शिखर सम्मेलन से पहले पर्यावरण पर अपनी विशेषज्ञता साझा करने जैसे क्षेत्रों में बहुत कुछ कर सकते हैं, ट्रूस ने कहा, हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री वहां होंगे। संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन 2021 आगामी 31 अक्टूबर से 12 नवंबर के बीच स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में आयोजित होगा।
इसे सीओपी 26 नाम से भी जाना जाता है। दोनों विदेश मंत्रियों ने रोडमैप 2030 की भी विस्तृत समीक्षा की। इस साल मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जानसन के बीच डिजिटल शिखर बैठक के बाद भारत और ब्रिटेन ने रक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग के लिये 10 वर्षों का खाका पेश किया था।
वार्ता के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस का स्वागत कर खुशी हुई। हमारे संबंधों की व्यापक समीक्षा की। दोनों नेताओं ने महामारी के बावजूद रोडमैप, 2030 के क्रियान्वयन की प्रगति की सराहना की।
वार्ता के बाद ट्रूस ने ट्वीट कर कहा, भारत हमारा अच्छा मित्र, आर्थिक महाशक्ति और विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आने वाले दशकों में हमारे संबंध और गहरे होंगे। डॉ जयशंकर के साथ तक प्रौद्योगिकी पर करीबी सहयोग, निवेश और व्यापार, रक्षा व सुरक्षा पर अच्छी बैठक हुई।
वार्ता पर जारी एक बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर और ट्रूस ने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान घोषित उन्नत व्यापार साझेदारी के विस्तार में प्रगति का स्वागत किया। दोनों देशों ने बेहतर कारोबारी गठबंधन की घोषणा की थी जिसमें समग्र एवं संतुलित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) सहित अंतरिम कारोबारी समझौता के बारे में वार्ता करने पर सहमति शामिल है।
इससे पहले दिन में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल निकोलस कार्टर के साथ अफगानिस्तान की स्थिति और हिंद-प्रशांत से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। भारत दौरे पर आए कार्टर ने यहां जयशंकर से मुलाकात की।
जयशंकर ने बैठक की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘बातचीत अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर केंद्रित रही।’’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस के साथ बैठक की और दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने ब्रिटेन और भारत के बीच सहयोग के तहत हरित ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन, फिनटेक और आईएफएससीए में निवेश पर बातचीत की।
वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने मई 2021 में भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों द्वारा अपनाई गई व्यापक रणनीति साझेदारी से दोनों देशों के बीच मजबूत हुए घनिष्ठ सहयोग का उल्लेख किया।
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