कथित हनी ट्रैप ब्लैकमेलिंग कांड में दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है !
हनी ट्रेप ब्लैकमेलिंग कांड में रसूखदार लोगों की संलिप्तता को देखते हुए अब लीपापोती की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस कांड की पाँचों मुख्य आरोपी श्वेता विजय जैन, बरखा सोनी भटनागर, श्वेता स्वप्निल जैन, आरती दयाल और मोनिका यादव को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मध्यप्रदेश के कथित हनी ट्रैप ब्लैकमेलिंग कांड की जाँच के लिए बनी एसआईटी के अंदर तीसरे प्रमुख को कमान सौंप दी गई है। मंगलवार 01 अक्टूबर देर रात मंत्रालय के गृह विभाग से जारी किए गए कई आईपीएस अधिकारीयों की स्थानंतरण सूची के साथ ही नए एसआईटी प्रमुख के आदेश भी जारी किए गए। जिसके अनुसार एसआईटी प्रमुख संजीव समी के स्थान पर सीनियर आईपीएस राजेन्द्र कुमार को इसकी कमान सौंपी दी गई। कथित हनी ट्रेप ब्लेकमेलिंग कांड में कई आईपीएस और आईएएस अधिकारीयों के इस पूरे कांड में संलिप्तता होने की बात कही जा रही है। जिसके चलते पिछले नौ दिनों में एसआईटी गठित होने के बाद पहले अध्यक्ष डी.श्रीनिवास वर्मा को 24 घंटों के अंदर ही हटा दिया गया तो दूसरे अध्यक्ष संजीव समी को जाँच के बीच में ही हटाते हुए नए एसआईटी चीफ को नियुक्त कर दिया गया है।
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