कमलनाथ एवं सिंधिया के बीच मुझे बीच बचाव करने की जरूरत नहीं है: दिग्विजय
प्रदेश के अतिथि शिक्षकों की मांग पूरी न करने पर कमलनाथ एवं सिंधिया के बीच चल रहे अनबन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिंह ने यहां मीडिया को बताया, ‘‘जहां तक सिंधिया जी का सवाल है, सिंधिया जी ने जो कहा है उस पर कहीं किसी प्रकार की वो बात नहीं है।’’
धार। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के सड़क पर उतरने संबंधी बयान के बाद मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस में मची उथल-पुथल के बीच पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मुझे बीच बचाव करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इन दोनों नेताओं के बीच संवादहीनता की स्थिति नहीं है। प्रदेश के अतिथि शिक्षकों की मांग पूरी न करने पर कमलनाथ एवं सिंधिया के बीच चल रहे अनबन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिंह ने यहां मीडिया को बताया, ‘‘जहां तक सिंधिया जी का सवाल है, सिंधिया जी ने जो कहा है उस पर कहीं किसी प्रकार की वो बात नहीं है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘कारण ये है किवचन पत्र हमारा है। वचन पत्र पांच साल के लिए होता है। पांच साल में अभी सवा साल हुआ है और उसमेंभी अतिथि शिक्षकों की मांग पर चर्चा चल रही है’’ दिग्विजय ने कहा कि फारमूला निकाला जा रहा है और उसका हल निकालेगें। उन्होंने कहा, ‘‘किसी व्यक्ति को बीच बचाव करने की जरूरत ही नहीं है। कमलनाथ और सिंधिया के बीच मेंसंवादहीनता की कोई स्थिति नहीं है। हमलोगों की आज बैठक थी और उसमें सभी बातें हुई है । ये भी खबर है कि वह नाराज होकर चले गए, जो बिल्कुल गलत है।’’
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