कालीचरण महाराज के समर्थन में उतरी हिंदू महासभा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का करेगी पुतला दहन
गुरुवार को ग्वालियर में हिंदू महासभा कार्यालय पर सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इकट्ठे होंगे और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ पुलिस का पुतला दहन कर विरोध दर्ज करेंगे। हिंदू महासभा छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि देश के अंदर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला ओबेसी को भी गिरफ्तार किया जाए।
भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण को छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने के बाद अब उनके समर्थन में हिंदू महासभा उतर आई है। हिंदू महासभा ने ऐलान किया है मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में संत कालीचरण की गिरफ्तारी का विरोध करेंगे।
इसी कड़ी में गुरुवार को ग्वालियर में हिंदू महासभा कार्यालय पर सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इकट्ठे होंगे और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ पुलिस का पुतला दहन कर विरोध दर्ज करेंगे। हिंदू महासभा छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि देश के अंदर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला ओबेसी को भी गिरफ्तार किया जाए।
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हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कहा है संत कालीचरण के समर्थन में हिंदू महासभा मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी एकजुट है। और यही वजह है कि दोनों राज्यों में हिंदू महासभा छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ पुलिस का पुतला दहन करने जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है हिंदू महासभा पूरी एकजुट संत कालीचरण के साथ है।एक सच्चा हिंदू है।
वहीं इसके साथ ही हिंदू महासभा ने के मध्य प्रदेश सरकार की भी मांग की है लगातार हिंदुओं को टारगेट किया जा रहा है कुछ ऐसे नेता भी हैं जो लगातार हिंदुओं को टारगेट कर रहे हैं उनको भी जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाए।
आपको बता दें ग्वालियर में स्थित हिंदू महासभा कार्यालय बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे का गढ़ है। और आज भी इस कार्यालय में नाथूराम गोडसे की पूजा अर्चना की जाती है इसके साथ ही उनकी पुण्यतिथि और जन्म दिन पर अलग-अलग कार्यक्रम की जाती है।
वहीं इस कार्यालय में कुछ साल पहले नाथूराम गोडसे की भी मूर्ति स्थापित की गई थी जिसको लेकर पूरे देश भर में बवाल मचा था। उसके बाद उस मूर्ति को जिला प्रशासन ने जप्त कर लिया था। लेकिन अभी तक मध्य प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पर कोई ठोस कार्रवाही नहीं कर पाया है।
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