हिमंत बिस्वा सरमा का कांग्रेस पर निशाना, बोले- भारत जोड़ो की जरूरत नहीं, देश पहले से ही एक है
असम के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश, ओडिशा और अन्य राज्यों में 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने का क्या मतलब है? क्या ये राज्य भारत के साथ नहीं हैं? क्या वे देश को एक अनोखे तरीके से एकजुट करने के लिए निकल पड़े हैं? असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि हम सभी एकजुट हैं और एक के रूप में रहते हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा लगातार कांग्रेस पर हमलावर रहते हैं। एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है, देश पहले से ही एक है। दरअसल, गुवाहाटी में हिमंत बिस्वा सरमा संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मार्च को लेकर जो थीम है, वह पूरी तरीके से गलत है। अगर वह अपना मार्च स्वच्छ भारत, शिक्षा या स्वास्थ्य के लिए निकालते तो जनता के बीच इसका एक अच्छा संदेश जाता। अब जब 'भारत जोड़ो यात्रा' असम पहुंच गई है, तो इसका मतलब यह होगा कि कांग्रेस यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) की (राज्य का दर्जा) मांग का समर्थन करती है। इसका अर्थ यह भी है कि कांग्रेस का मानना है कि असम भारत का हिस्सा नहीं है।
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असम के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश, ओडिशा और अन्य राज्यों में 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने का क्या मतलब है? क्या ये राज्य भारत के साथ नहीं हैं? क्या वे देश को एक अनोखे तरीके से एकजुट करने के लिए निकल पड़े हैं? असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि हम सभी एकजुट हैं और एक के रूप में रहते हैं। यदि कोई शांति, सद्भाव और एकता वाले राज्य में 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करता है, तो यह राज्य का अपमान करने के अलावा और कुछ नहीं है। आपको बता दें कि कांग्रेस की बारत जोड़ो यात्रा, जो 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। इस यात्रा में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और अगले साल कश्मीर में समाप्त होगी।
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कांग्रेस ने पहले दावा किया था कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा सबसे लंबा पैदल मार्च है। कांग्रेस की असम इकाई ने भी असम-पश्चिम बंगाल सीमा पर धुबरी जिले के गोलकगंज से 1 नवंबर को राज्य में एक समानांतर पदयात्रा शुरू की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां आर्थिक विषमता, सामाजिक विद्वेष और राजनीतिक तानाशाही पैदा कर रही हैं जो भविष्य में देश को तोड़ देंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘‘ भारत जोड़ो यात्रा ’’ के पीछे एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ऐसा न हो।
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