हिमाचल में किसकी दहाड़, किसका पहाड़, कांग्रेस की परिवर्तन प्रतिज्ञा और बीजेपी का 'मिशन रिपीट', किसे मिल सकती हैं कितनी सीट?
2024 तक एक के बाद एक यही सिलसिला चलता रहेगा। लेकिन अगर हिमाचल की बात करे तो बीजेपी के सीएम कैंडिडेट जयराम ठाकुर ही होंगे। वहीं वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस किसे अपना चेहरा बनाएगी ये अभी तक तय नहीं हो पाया है।
2024 तक चलने वाले चुनावी मौसम की 14 अक्टूबर के दिन औपचारिक शुरुआत हो गई है। इसी कड़ी में सबसे पहला नाम हिमाचल प्रदेश का आया है। हिमाचल में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 8 दिसंबर को नतीजें आएंगे। पूरे सूबे की 68 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होगा। पहाड़ी राज्य हिमाचल में मौसम का ख्याल रखते हुए ये ऐलान कर दिया गया है। गुजरात के लिए भी जल्द ही ऐलान कर दिए जाएंगे। दिसंबर तक गुजरात में भी विधानसभा चुनाव होने का अंदेशा है। इसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम जैसे राज्यों में भी चुनाव होने हैं। 2024 तक एक के बाद एक यही सिलसिला चलता रहेगा। लेकिन अगर हिमाचल की बात करे तो बीजेपी के सीएम कैंडिडेट जयराम ठाकुर ही होंगे। वहीं वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस किसे अपना चेहरा बनाएगी ये अभी तक तय नहीं हो पाया है।
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मोदी ने संभाला मोर्चा
पीएम मोदी की कई सारी ताबड़तोड़ रैलियां हिमाचल प्रदेश में हुई है और कई सारी सौगातें भी प्रदेश को दी गई हैं। ऐसे में बीजेपी प्रदेश में जीत के लिए आशांवित नजर आ रही है। एक बार फिर से उसे सरकार बनाने की उम्मीद है, अगर ऐसा होता है तो बीते तीन दशक में ये पहली बार होगा जो किसी सरकार की दोबारा वापसी होगी। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोर्चा संभाल लिया है। नड्डा खुद हिमाचल प्रदेश से आते हैं। हिमाचल प्रदेश में 1985 के बाद से कोई पार्टी लगातार दो बार सत्ता में नहीं आई है। ऐसे में अगर बीजेपी दोबारा सरकार बनाती है तो 37 साल के बाद इतिहास बदलेगा। केंद्र में और राज्य में भी यानी डबल इंजन की सरकार वाली बात बीजेपी हमेशा करती रही है। प्रधानमंत्री की तरफ से यही बात रैलियों में भी की गई है। प्रधानमंत्री मोदी की बात करें तो पिछले 17 दिनों में 3 बड़ी रैलियां उनकी तरफ से की गई है, वहीं आगे एक और रैली वो धर्मशाला में करने जा रहे हैं। जयराम ठाकुर ने इस बार नारा दिया है कि सरकार नहीं रिवाज बदलेंगे। इसका जिक्र ऊना की रैली में भी प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से किया गया था।
पहाड़ पर सूखा खत्म करेगा गांधी परिवार
प्रियंका गांधी आज सोलन में थी। इसके साथ ही उन्होंने इमोशनल कार्ड भी खेला है। अपनी दादी का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा कि उन्हें हिमाचल से इतना प्रेम था कि पत्र लिखकर अपनी अस्थियों को संगम के अलावा हिमालय पर्वत पर बिखेरने की बात बताई। इसके साथ ही सरकार बनने के दस दिन के भीतर एक लाख युवाओं को रोजगार देने की बात भी प्रियंका गांधी ने कही। वैसे तो चुनावी साल है और वोटरों को लुभाने के लिए चुनावी वादें किए जाते ही रहते हैं।
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हिमाचल प्रदेश चुनाव 2017 के नतीजे
पार्टी | सीटें | वोट % |
बीजेपी | 44 | 48.79 |
कांग्रेस | 21 | 41.68 |
सीपीएम | 1 | 1.47 |
अन्य | 2 | 6.34 |
इस बार रोचक हुई जंग
गुजरात की तरह हिमाचल प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी अपनी जगह बनाने की कोशिश में लगी है। पंजाब की जीत ने पार्टी की विस्तार की संभावनाओं को बल दिया है। आम आदमी पार्टी सूबे की 68 में से कुछ सीटें हासिल कर ले तो इससे बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सीट और वोट शेयर पर सीधा असर पड़ेगा। ऐसे में जो पार्टी पूरी दम-खम के साथ मैदान फतह करने उतरेगी, नतीजे उसके पक्ष में आ सकते हैं।
जाति | प्रतिशत |
राजपूत | 32 |
ब्राह्मण | 18 |
ओबीसी | 14 |
अनुसूचित जाति | 25 |
क्या कहते हैं सर्वे?
एबीपी न्यूज सी वोटर के सर्वे के अनुसार बीजेपी एक बार फिर से हिमाचल में वापसी करती दिख रही है। ओपिनियन पोल के अनुसार बीजेपी को 38 से 46 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस के खाते में 20-28 सीट आ सकती है। आम आदमी पार्टी को 0-1 सीट मिल सकती है। वहीं अन्य के खाते में 0-3 सीट आने का अनुमान है।
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