NRC के पीछे छिपे उद्देश्यों का भंडाफोड़ हो चुका है: अखिलेश
केंद्र सरकार ने जनगणना 2021 और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने के लिए मंगलवार को लगभग 12700 करोड रुपए मंजूर कर दिए। इसमें 3941.35 करोड़ रुपये एनपीआर अपडेट करने के लिए हैं। हालांकि सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि एनपीआर का एनआरसी से कोई ताल्लुक नहीं है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए धनराशि आवंटित किए जाने के बाद कहा कि इससे राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) के पीछे छिपे मकसदों का भंडाफोड़ हो गया है। अखिलेश ने ट्वीट कर दावा किया, ‘‘जब सरकार ने ख़ुद ही राज्यसभा में कहा है कि एनपीआर ही एनआरसी का आधार होगा तो ये भाजपाई और कितना झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करेंगे। इनके ‘छिपे उद्देश्यों’ का अब भंडाफोड़ हो चुका है।’’
जब सरकार ने ख़ुद ही राज्य सभा में कहा है कि NPR ही NRC का आधार होगा तो ये भाजपाई और कितना झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करेंगे. इनके ‘छिपे उद्देश्यों’ का अब भण्डाफोड़ हो चुका है. देश की एकता को खण्डित करनेवालों की चला-चली की बेला आ गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 24, 2019
देश एक था, एक है, एक रहेगा! #NoMoreBJP
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता को खण्डित करने वालों की चला-चली की बेला आ गयी है। देश एक था, एक है, एक रहेगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जनगणना 2021 और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने के लिए मंगलवार को लगभग 12700 करोड रुपए मंजूर कर दिए। इसमें 3941.35 करोड़ रुपये एनपीआर अपडेट करने के लिए हैं। हालांकि सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि एनपीआर का एनआरसी से कोई ताल्लुक नहीं है।
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