'उद्योगपति की नीति पर काम कर रही है भाजपा', अखिलेश यादव बोले- ज्ञानवापी जैसे घटनाक्रम को जानबूझकर उठाया जा रहा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ज्ञानवापी जैसे घटनाक्रम को भाजपा और उनके सहयोगियों द्वारा घूंघट के पीछे से जानबूझकर उठाया जा रहा है। क्योंकि भाजपा बुनियादी सवालों का जबाव नहीं देना चाहती। हर चीज महंगी होती चली जा रही है। ईंधन और खाद्य सुविधाएं महंगी हो रही हैं। महंगाई और बेरोजगारी पर उनके पास जवाब नहीं है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को ज्ञानवापी मस्जिद मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके सहयोगी द्वारा घूंघट के पीछे से ज्ञानवापी जैसे घटनाक्रम को जानबूझकर उठाया जा रहा है। दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद परिसद में सर्वे का काम संपन्न हो चुका है। इस संबंध में मंगलवार को वाराणसी कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट को दाखिल करना था लेकिन वह अभी तक तैयार नहीं थी। ऐसे में कोर्ट से और समय मांगा गया है।
इसे भी पढ़ें: Gyanvapi case में SC का आदेश- जहां शिवलिंग मिला, उस जगह की सुरक्षा की जाए, 19 जून को अगली सुनवाई
भाजपा पर बरसे अखिलेश
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ज्ञानवापी जैसे घटनाक्रम को भाजपा और उनके सहयोगियों द्वारा घूंघट के पीछे से जानबूझकर उठाया जा रहा है। क्योंकि भाजपा बुनियादी सवालों का जबाव नहीं देना चाहती। हर चीज महंगी होती चली जा रही है। ईंधन और खाद्य सुविधाएं महंगी हो रही हैं। महंगाई और बेरोजगारी पर उनके पास जवाब नहीं है। चुनाव तक ऐसे मुद्दों को उठाने के लिए भाजपा के पास नफरत वाला कैलेंडर है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस समय हम और आप इस बहस को देख रहे थे तब पता नहीं देश की कौन सी चीज बिक रही थी। जब कभी ऐसी चीजे दिखाई जाएंगी, याद रखना देश की कोई चीज बिक रही होगी। मुझे लगता है कि इन घटनाओं को दिखाकर वन नेशन वन उद्योगपति की नीति पर भाजपा काम कर रही है।
इसे भी पढ़ें: ज्ञानवापी मामला: कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को हटाया गया, विशाल सिंह दाखिल करेंगे रिपोर्ट
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे कार्य से जुड़ी रिपोर्ट अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हुई है, लिहाजा आयोग इसे पेश करने के लिए कोर्ट से दो-तीन दिन का अतिरिक्त समय मांगा था। ऐसे में कोर्ट ने दो दिन का अतिरिक्त वक्त दिया है। असिस्टेंट कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि कोर्ट ने रिपोर्ट जमा करने के लिए दो दिन का समय दिया है। अधिवक्ता-आयुक्त अजय कुमार मिश्रा थोड़ा बहुत सहयोग नहीं कर पा रहे थे और इससे ज्यादा कोई टिप्पणी नहीं की गई।
Gynavapi-like incidents being deliberately stirred up by BJP itself or by their aides behind veil.Fuel & food amenities are getting expensive. They don't have answer on inflation & unemployment. BJP has hate calendar to bring up such issues until elections:SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/pUPYOXa0Fv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 17, 2022
अन्य न्यूज़