सरकार को आंदोलनकारी किसानों से बातचीत करनी चाहिए : Bhupinder Singh Hooda

सरकार को तुरंत किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए और उनके मुद्दों का समाधान करना चाहिए। पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी बॉर्डर पर हुई झड़प में एक आंदोलनकारी की मौत और लगभग 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को दो दिनों के लिए ‘दिल्ली मार्च’ रोक दिया था।
चंडीगढ़। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आंदोलन से उपजी मौजूदा स्थिति को चिंताजनक करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार को आंदोलनकारी किसानों से उनके मुद्दों को हल करने के लिए तुरंत बातचीत करनी चाहिए। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने किसानों से शांति बनाए रखने की भी अपील की। हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने राज्य की विधानसभा में चल रहे बजट सत्र से इतर संवाददाताओं से कहा, स्थिति चिंताजनक है।
सरकार को तुरंत किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए और उनके मुद्दों का समाधान करना चाहिए। पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी बॉर्डर पर हुई झड़प में एक आंदोलनकारी की मौत और लगभग 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को दो दिनों के लिए ‘दिल्ली मार्च’ रोक दिया था। हजारों किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने और कृषि ऋण माफी सहित अन्य मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा की सीमा के दो स्थलों पर जमे रहेंगे।
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हुड्डा ने नूंह हिंसा मामले में विपक्षी कांग्रेस विधायक मामन खान के खिलाफ हरियाणा पुलिस द्वारा कड़े गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए जाने पर कहा कि उनकी पार्टी इस मामले को सदन में उठाएगी। हुड्डा ने कहा, यूएपीए आतंकवादियों के खिलाफ लगाया जाता है। वह हमारे विधायक हैं। हम इस मामले को सदन में उठाएंगे। नूंह जिले के नगीना पुलिस थाने में दर्ज एक मामले में खान के खिलाफ यूएपीए के तहत आरोप लगाए गए हैं। खान के वकील ने बुधवार को कहा था कि पुलिस ने नगीना पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में यूएपीए के तहत आरोप जोड़े हैं।
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