कोविड टीकाकरण कार्यक्रम पर फिर से लड़खड़ा रही सरकार: चिदंबरम

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चिदंबरम ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार टीकाकरण कार्यक्रम पर फिर से लड़खड़ा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण की पहली और दूसरी खुराक के बीच 12-16 सप्ताह का अंतराल निर्धारित करने का मूल निर्णय गलत था।

नयी दिल्ली| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार कोविड टीकाकरण कार्यक्रम पर फिर से लड़खड़ा रही है और बूस्टर खुराक की अनुमति नहीं देने सहित इसकी ‘‘विफलताओं’’ से लोगों को ‘‘बहुत नुकसान’’ होगा।

सरकार की टीका रणनीति की कांग्रेस आलोचना करती रही है और उसने मांग की है कि टीकाकरण में तेजी लाई जाए तथा कोरोना वायरस की एक और लहर को रोकने के लिए बूस्टर खुराक दी जाए। चिदंबरम ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार टीकाकरण कार्यक्रम पर फिर से लड़खड़ा रही है।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण की पहली और दूसरी खुराक के बीच 12-16 सप्ताह का अंतराल निर्धारित करने का मूल निर्णय गलत था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से इस वजह से लिया गया क्योंकि आपूर्ति की कमी थी। चिदंबरम ने कहा, यह निर्णय आज भी कायम है, भले ही हमारे पास लाखों खुराक अप्रयुक्त पड़ी हैं। पहले के गलत निर्णय को बनाए रखने का निर्णय दोगुना गलत है।

उन्होंने कहा कि दूसरी खुराक (वर्तमान में 50 प्रतिशत) प्राप्त करने वाली वयस्क आबादी के प्रतिशत में वृद्धि करने में सरकार की अक्षमता एक और गंभीर विफलता है।

चिदंबरम ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि तीसरी गलती उन लोगों के लिए बूस्टर खुराक की अनुमति नहीं देने की है जो अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों की तरह संवेदनशील हैं।

उन्होंने कहा कि इन तीनों गंभीर विफलताओं से लोगों को भारी नुकसान होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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