कमान संभालते ही फडणवीस ने पलटा उद्धव सरकार का फैसला, अब आरे कॉलोनी में बनेगा मेट्रो कार शेड
देवेंद्र फडणवीस ने सत्ता में आने के कुछ घंटे बाद हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में उद्धव ठाकरे नीत एमवीए सरकार के मुंबई मेट्रो लाइन-3 के आरे कॉलोनी में प्रस्तावित कार शेड को स्थानांतरित करने के फैसले को पलटने की दिशा में पहला कदम उठाया।
मुंबई शहर जिसे न जाने कितने नामों से पुकार जाता है। मायानगरी, सपनों का शहर, हादसों का शहर और न जाने क्या-क्या। मायानगरी मुंबई एक बार फिर चर्चा में है। वजह कोई फिल्म नहीं, पर्यावरण, मुंबई मेट्रो और वार पलटवार। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार का पतन हो चुका है। बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन चुके हैं। वहीं देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। लेकिन सत्ता में आने के साथ ही मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। ये वही प्रोजेक्ट है जिसे लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच तकरार होती रही है। देवेंद्र फडणवीस ने सत्ता में आने के कुछ घंटे बाद हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में उद्धव ठाकरे नीत एमवीए सरकार के मुंबई मेट्रो लाइन-3 के आरे कॉलोनी में प्रस्तावित कार शेड को स्थानांतरित करने के फैसले को पलटने की दिशा में पहला कदम उठाया।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार नई नरकार ने कानूनी टीम से कोर्ट को सूचित करने के लिए कहा कि अब मेट्रो कार शेड को आरे कॉलोनी में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। एनसीपी और कांग्रेस के सहारे राज्य की सत्ता पर काबिज उद्धव ठाकरे ने मेट्रो कारशेड कांजुरमार्ग पर शिफ्ट करते हुए आरे की 800 एकड़ जमीन को वन भूमि भी घोषित कर दिया था। इसके साथ ही पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार ने आरे मेट्रो कारशेड के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सभी लोगों पर से केस हटाने का निर्णय किया था।
मेट्रो शेड योजना कैसे बनी बीजेपी और शिवसेना के बीच विवाद की वजह
साल 2014 में वर्सोवा से घाटकोपर तक मेट्रो की शुरुआत हुई। इसी के साथ मेट्रो का जाल बढ़ाने की बात होने लगी और मेट्रो को कार पार्किंग के लिए जगह की जरूरत महसूस हुई। इसके लिए आरे में करीब 2000 से ज्यादा पेड़ काटकर मेट्रो के लिए हजारों करोड़ की परियोजना शुरु करने की बात हुई। मेट्रो शेड के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध उस वक्त बीजेपी की सहयोगी रही शिवसेना ने भी किया था। आदित्य ठाकरे ने खुद इस पर विरोध जताते हुए ट्विटर पर लिखा, 'कैसा होगा मुंबई मेट्रो के अफसरों को क्या PoK में तैनात कर दिया जाये तो? हाईकोर्ट में सितंबर 2019 में याचिका दायर की गई कि इस इलाके के पेड़ नहीं काटे जाएं और इसे पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण इलाका घोषित किया जाए। हाईकोर्ट की ओर से यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी गई कि आरे जंगल नहीं है।
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आरे मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट उद्धव ने किया रद्द
11 अक्टूबर 2020 को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने विवादों में रहे आरे मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट को रद्द करने का ऐलान किया। राज्य सरकार ने कहा कि अब कांजूर मार्ग पर नया शेड बनाया जाएगा। इसके अलावा राज्य सरकार ने आरे कार शेड का विरोध कर रहे लोगों पर दर्ज मुकदमों को भी वापस ले लिया। अब डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसे फिर से आरे में शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
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