शामली और बाराबंकी जिले में गायों के रख-रखाव के लिए भूसे का व्यापक प्रबंधन

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शामली और बाराबंकी जिले में निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश को संरक्षित किए जाने के उद्देश्य से 19(शामली) और 38(बाराबंकी) गो-आश्रय स्थलों की स्थापना एवं संचालन का कार्य किया जा रहा है जिनमें 16(शामली) और 37(बाराबंकी) ग्रामीण क्षेत्र में तथा 3(शामली) और 1(बाराबंकी) शहरी क्षेत्र में है।

शामली और बाराबंकी जिले में निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश को संरक्षित किए जाने के उद्देश्य से 19(शामली) और 38(बाराबंकी) गो-आश्रय स्थलों की स्थापना एवं संचालन का कार्य किया जा रहा है जिनमें 16(शामली) और 37(बाराबंकी) ग्रामीण क्षेत्र में तथा 3(शामली) और 1(बाराबंकी) शहरी क्षेत्र में है। उक्त 19(शामली) और 38(बाराबंकी) गो-आश्रय स्थलों में अद्यतन 1791(शामली) और 8819(बाराबंकी) गोवंश को सरक्षित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री की सहभागिता योजना अन्तर्गत 1274(शामली) और 1928(बाराबंकी) गोवंश को पशुपालकों को सुपुर्दगी में दिया गया है। संरक्षित गोवंश को समुचित सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके भरण-पोषण हेतु स्थानीय स्तर पर भूसा की व्यवस्था ससमय करना एक प्राथमिकता है ताकि गोवंश को समय पर भोजन उपलब्ध हो सके तथा उनके स्वास्थ्य पर प्रतीकूल प्रभाव न पड़ें। शासन द्वारा समय समय पर दिए गये महत्वपूर्ण निर्देशों के क्रम में जिले में गेहूँ की कटाई के समय यूद्ध स्तर पर 21(शामली) और 38(बाराबंकी) भूसा बैंक की स्थापना की गयी है। भूसा बैंक की स्थापना के समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि आगामी वर्षा ऋतु के समय पानी से भूसा किसी भी दशा में खराब न हो। इसके साथ ही साथ प्रत्येक गोआश्रय स्थल पर प्रतिदिन की भूसे की आवश्यकता के अनुसार निर्गत करने एवं उसके अभीलेखीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

पशुधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में स्थापित 21(शामली) और 38(बाराबंकी) भूसा बैंक में कुल 2413(शामली) और 1529(बाराबंकी) कुन्तल भूसे का भण्डारण है। जिले में गोवंश के भरण-पोषण हेतु पर्याप्त मात्रा में भूसे की उपलब्धता है तथा स्थानीय स्तर पर हरे चारे की उपलब्धता हेतु भी कार्य किए गये है। जिले में गोवंश के संरक्षण हेतु किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं है। यह भी अवगत कराना है कि पशुपालन विभाग के समस्त पशुचिकित्साविद् निरन्तर गोवंश की चिकित्सा व्यवस्था हेतु तत्पर है। सभी गौ आश्रय स्थलों पर भूसा/पानी/छाया गर्मी से बचाव के सभी उपाय किए गये है। गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन में सभी विभागों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला प्रशासन के सहयोग से शामली़ और बाराबंकी जिले के सभी गौ आश्रय स्थलों का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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