ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन किया जाना चाहिये: नीतीश कुमार
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान साथ ही सभी प्रमंडलों के आयुक्त, रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े हुये थे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया सभी प्रावधानों को शामिल कर औपचारिक आदेश अलग से जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल कटनी सुचारु रूप से चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जाय, लेकिन इस दौरान सुनिश्चित किया जाए कि लोग एक-दूसरे से उचित दूरी रखते हुए काम करें। उन्होंने कहा कि बैंक जाने वालों को भी एक-दूसरे से उचित दूरी बनाकर खड़े रहना चाहिए। दरअसल तीन दिन के बाद सोमवार को जब बैंक खुले तो वहां खातो से धन निकासी के लिए जमा हुए लोग एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करते, भीड़ लगाए नजर आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संक्रमण से निपटने के लिए सभी मिल-जुलकर काम कर रहे हैं, इसमें सबकी भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी समन्वय सुनिश्चित करते हुए अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन करें, सफलता जरूर मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का पालन कड़ाई से सुनिश्चित करें, सामाजिक मेल-जोल से दूरी बनाए रखें, इसके प्रति लोगों को जागरुक करें और इस संबंध में माइक लगाकर गांव-गांव प्रचार करें। उन्होंने कहा कि राज्य की सीमा पर वाहनों की और दूसरे राज्य से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाए, सुनिश्चित किया जाए कि कोई ना छूटे।कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी की राज्यवासियों से अपील pic.twitter.com/d9rSCeAGSe
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) April 13, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें संक्रमण का जरा भी डर हो, वह तुरंत जाकर केन्द्र पर जांच कराएं, ऐसा करके आप स्वयं को और अपने परिवार को सुरक्षित रखेंगे। बैठक के दौरान सभी प्रमंडलों के आयुक्तों, रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों एवं पुलिस उपमहानिरीक्षकों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लॉकडाउन का पूर्ण पालन, अंतर्राज्यीय सीमाओं पर सख्ती से जांच, भारत-नेपाल सीमा को सील करना, बाजारों में सामाजिक मेल-जोल से दूरी का पालन कराना, पृथक वास में रह रहे लोगों की निगरानी से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। नीतीश ने लॉकडाउन में फंसे लोगों की सहायता के लिये मुख्यमंत्री राहत कोष से विशेष सहायता के रूप में 50 करोड़ रुपये पुनःजारी करने का निर्देश दिया है। पहले भी इसके लिए 100 करोड़ रुपये जारी किये गये थे। बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान साथ ही सभी प्रमंडलों के आयुक्त, रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े हुये थे।
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