चुनाव में नेताओं के बिगड़े बोल पर EC ने पार्टियों को याद दिलाई चुनाव आचार संहिता
दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में नेताओं के अवांछित विवादित बयानों की बढ़ती घटनाओं के कारण चुनाव आयोग ने बुधवार को राजनीतिक दलों को परामर्श जारी कर प्रचार अभियान में धार्मिक स्थलों का जिक्र करने से बचते हुये चुनाव आचार संहिता के विभिन्न प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने की नसीहत दी है।
नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में नेताओं के अवांछित विवादित बयानों की बढ़ती घटनाओं के कारण चुनाव आयोग ने बुधवार को राजनीतिक दलों को परामर्श जारी कर प्रचार अभियान में धार्मिक स्थलों का जिक्र करने से बचते हुये चुनाव आचार संहिता के विभिन्न प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने की नसीहत दी है। आयोग द्वारा जारी परामर्श में चुनाव आचार संहिता के उन प्रावधानों का जिक्र किया गया है जोनेताओं को आपसी नफरत फैलाने वाली गतिविधियों में शामिल होने से रोकती है। आयोग ने परामर्श में कहा कि राजनीतिक नेताओं को विरोधी दलों के कामों की आलोचना के लिये अपुष्ट आरोपों से भी बचना चाहिये।
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आयोग ने कहा कि राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर और गुरुद्वारा सहित अन्य धार्मिक स्थलों का चुनाव प्रचार में जिक्र करने से बचना चाहिये। उल्लेखनीय है कि आयोग ने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहब सिंह वर्मा के विवादित बयानों के मामले में कार्रवाई करने के बाद सभी दलों के लिये परामर्श जारी किया है।
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आयोग ने बुधवार को ठाकुर और वर्मा को भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर करने का आदेश दिया है। साथ ही दोनों नेताओं को विवादित बयान देने पर आयोग ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। इसके पहले भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा को भी विवादित ट्वीट करने पर आयोग 48 घंटे के लिये चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर चुका है।
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