दिग्विजय के मंत्री बेटे ने कहा, कमलनाथ ही हैं MP कांग्रेस के इकलौते पावर सेंटर
इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर नगरीय विकास मंत्री ने कहा, सिंघार कैबिनेट में मेरे साथी हैं। इसलिए मैं उनके बारे में यहां (मीडिया के सामने) कुछ भी नहीं कहना चाहता।
इंदौर। मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस में जारी कलह के बीच वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पुत्र और नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ही पार्टी की राज्य इकाई के एकमात्र पावर सेंटर हैं और मंत्रियों के कामकाज में उनके पिता का कोई दखल नहीं है। जयवर्धन ने यहां संवाददाताओं से कहा, मैं यह बात रिकॉर्ड पर रखना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ही पूरे मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एकमात्र ‘पावर सेंटर’ हैं। हम सभी मंत्री और कांग्रेस के अन्य विधायक उनके आदेशों का अनुशासित तौर पर पालन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भी हमें अपनी बात कहने का पर्याप्त अवसर देते हैं। राज्य के वन मंत्री और कांग्रेस के आदिवासी नेता उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के खिलाफ सरेआम मोर्चा खोलते हुए उन पर रेत और शराब के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के संगीन आरोप भी लगाये हैं।
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इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर नगरीय विकास मंत्री ने कहा, सिंघार कैबिनेट में मेरे साथी हैं। इसलिए मैं उनके बारे में यहां (मीडिया के सामने) कुछ भी नहीं कहना चाहता। अगर मुझे उन्हें कुछ कहना भी है, तो मैं उनसे व्यक्तिगत तौर पर बात करूंगा। हालांकि, जयवर्धन ने सिंघार के आरोपों से अपने पिता का बचाव करते हुए कहा, सब जानते हैं कि मेरे पिता ने 40 साल से अधिक के अपने राजनीतिक जीवन में कोई अवैध कारोबार नहीं किया। आप (मीडिया) उन लोगों से सवाल पूछें, जो मेरे पिता पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि उनके पिता परदे के पीछे से प्रदेश के कई मंत्रियों के विभाग चला रहे हैं। नगरीय विकास मंत्री ने कहा, मेरे पिता प्रदेश का कोई भी मंत्रालय नहीं चला रहे हैं। हम सभी मंत्री केवल मुख्यमंत्री कमलनाथ को रिपोर्ट करते हैं।
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तबादलों और अन्य लंबित कामों को लेकर कमलनाथ के मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को दिग्विजय द्वारा चिट्ठियां लिखे जाने पर खड़े हुए विवाद को जयवर्धन ने बेमानी करार दिया। उन्होंने कहा, मेरे पिता की चिट्ठी प्रदेश के अन्य मंत्रियों की तरह मुझे भी मिली है। जन प्रतिनिधियों द्वारा इस तरह की चिट्ठियां लिखना सामान्य प्रक्रिया है। नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ को लेकर पार्टी में कलह भरी गुटबाजी सामने आने के बारे में पूछे जाने पर 33 वर्षीय कांग्रेस नेता ने कहा, लोकतंत्र में हर जनप्रतिनिधि को अपनी बात कहने का पूरा हक है। हालांकि, मुझे पूरा विश्वास है कि जल्द ही सारे मसले उच्च स्तर पर सुलझा लिये जायेंगे और मुख्यमंत्री सभी गलतफहमियां दूर कर देंगे। जयवर्धन ने एक सवाल पर कहा, जहां तक मुझे पता है, मेरे पिता नये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
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