Bihar में किसान सलाहकारों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठी चार्ज, धारा 144 की गई लागू
किसान सलाहकार बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने हाथ में तिरंगा लेकर उतरे थे। इस दौरान किसान सलाहकारों ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सैंकड़ों की संख्या में जुटे सलाहकारों का कहना है कि उन्हें बीते 13 वर्षों से बिहार सरकार ठग रही है।
बिहार में सरकार के फैसलों से नाराजगी सिर्फ शिक्षक अभ्यर्थियों की नहीं है बल्कि इस सूची में अब किसान सलाहकार भी शामिल हो गए है। किसान सलाहकार अब सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए है और विरोध करने में जुटे हुए है। हजारों की संख्या में किसान सलाहकार पटना पहुंचे है।
किसान सलाहकारों ने विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की है, जिसके बाद पटना पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया है। लाठीचार्ज कर किसान सलाहकारों को तितर बितर कर दिया गया है। इसके बार किसान सलाहकार इधर ऊधर भागते हुए दिखे। दरअसल किसान सलाहकार जनसेवक का दर्जा देने की मांग कर रहे है। इसी मांग को लेकर वो घेराव करने निकले थे। हालांकि पटना पुलिस ने उन्हें विधानसभा के करीब नहीं पहुंचने दिया और आर ब्लॉक के पास ही रोका। लाठीचार्ज करने से पहले पुलिस ने इन्हें पीछे हटने को कहा था मगर जब सलाहकारों ने नहीं मानी तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
जनसेवक का दर्जा दिए जाने की मांग
किसान सलाहकार बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने हाथ में तिरंगा लेकर उतरे थे। इस दौरान किसान सलाहकारों ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सैंकड़ों की संख्या में जुटे सलाहकारों का कहना है कि उन्हें बीते 13 वर्षों से बिहार सरकार ठग रही है। किसान सलाहकारों ने मांग की है कि उन्हें जनसेवक का दर्ज मिलना चाहिए। किसान सलाहकारों ने कहा कि वो अपनी मांग पूरी कराने के लिए घेराव करने निकले थे। उन्होंने नीतीश सरकार से अपील की कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाए। कई बार सरकार से मांग पूरी करने की अपील की गई है मगर सरकार इसपर ध्यान नहीं देती।
आश्सावन भी नहीं मिला
प्रदर्शनकारी किसान सलाहकारों के मुताबिक सरकार के लिए वो अपनी सेवाएं दे रहे है। मगर उन्हें जनसेवक का दर्जा भी प्राप्त नहीं है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमारी मांग जायज है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर सरकार मांगों को नहीं मानेगी तो आगे भी ऐसे ही प्रदर्शन किया जाएगा।
लाठी चार्ज पर बोले पटना एसडीएम
पटना के एसडीएम श्रीकांत खांडेकर ने कहा कि किसान सलाहकारों को हमें तितर बितर करना पड़ा। इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 लागू है। कोई भी विधानसभा के आसपास किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकता है। प्रदर्शन करने के लिए गर्दनीबाग पर जाना होगा, वहीं पर प्रदर्शन करने की अनुमति है। अनुमति नहीं होने के बाद भी प्रदर्शनकारी गर्दनीबाग में प्रदर्शन कर सकते है। उन्होंने बताया कि 4-5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब स्थिति सामान्य है।
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