झारखंड के बाद अब यूपी-बिहार में भी संग्राम, विधानसभा में नमाज और हनुमान चालीसा के लिए कमरे की उठी मांग
भाजपा लगातार झारखंड सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है। इन सब के बीच ऐसा ही कुछ मामला अब उत्तर प्रदेश और बिहार में भी उठने लगा है।
झारखंड विधानसभा में हाल में ही नमाज के लिए एक कमरे को आवंटित किया गया है। इसको लेकर राज्य में विवाद जारी है। भाजपा लगातार झारखंड सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है। इन सब के बीच ऐसा ही कुछ मामला अब उत्तर प्रदेश और बिहार में भी उठने लगा है। उत्तर प्रदेश और बिहार के विधायक ने भी धार्मिक आस्था के लिए विधानसभा में कमरे के आवंटन को लेकर मांग उठाई है।
उत्तर प्रदेश में नमाज के कमरे की मांग
उत्तर प्रदेश के कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी ने विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरे की मांग की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के इस विधायक ने कहा कि सत्र के दौरान नमाज पढ़ने में दिक्कत होती है। ऐसे में आस्था को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया जाना चाहिए।
बिहार में भी उठी मांगA room should be allotted for offering prayers (namaz) in Uttar Pradesh Legislative Assembly. Today, even domestic and international airports have prayer rooms: Samajwadi Party leader Irfan Solanki pic.twitter.com/qjONQDKmpY
— ANI UP (@ANINewsUP) September 7, 2021
यूपी की तरह बिहार में भी इस तरह के कमरे की मांग उठने लगी है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने मांग की है कि बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए अलग से कमरा बनाया जाए। साथ ही साथ उन्होंने तो मंगलवार को छुट्टी भी घोषित करने की बात कह दी है। भाजपा विधायक ने कहा कि संविधान सभी को बराबरी का हक देता है। अगर नमाज के लिए कमरा मिलता है तो हनुमान चालीसा के लिए क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि इसके लिए बिहार विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे।
धर्मनिरपेक्ष राज्य में अगर आप तुष्टिकरण की नीति के तहत एक समाज विशेष के लिए नमाज़ रूम दे रहे हैं तो एक प्रार्थना रूम क्यों नहीं देंगे? इसके लिए बिहार विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे: झारखंड विधानसभा में नमाज़ रूम पर हरिभूषण ठाकुर, भाजपा विधायक, बिहार pic.twitter.com/en5ntv2gDx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2021
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