RBI के बाहर पीएमसी खाताधारकों का जमावड़ा, रखी ये मांग
पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक के विभिन्न खाताधारक मंगलवार को मुंबई में आरबीआई के कार्यालय के बाहर जमा होकर आश्वासन मांगा कि इस घोटाला ग्रस्त बैंक में जमा उनका पैसा सुरक्षित हैं।
नयी दिल्ली। परेशान पीएमसी खाताधारकों का एक समूह यहां बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कार्यालय के बाहर जमा हुआ और केंद्रीय बैंक से यह आश्वासन मांगा कि घोटाला से प्रभावित सहकारी बैंक में उनके खाते सुरक्षित हैं तथा निर्धारित समय के भीतर उन्हें उनकी रकम वापस मिल जायेगी। मंगलवार को आरबीआई ने बैंक के उपभोक्ताओं के लिये पैसे निकालने की सीमा बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी लेकिन यह परेशान खाताधारकों की चिंताएं दूर करने के लिये काफी नहीं है।
आरबीआई मुख्यालय के बाहर जमा हुए 20 खाताधारकों में से अधिकतर पश्चिमी दिल्ली में तिलक नगर से थे, जहां बैंक की एक शाखा है। तरणजीत सिंह (33) ने कहा कि कम से कम आरबीआई से किसी प्रतिनिधि को उन्हें आश्वस्त करना चाहिए उनकी जमा राशि को निर्धारित समय में वापस कर दिया जायेगा। सिंह निजी नौकरी में हैं और घोटाला प्रभावित बैंक में उनके 10 लाख रुपये जमा हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आरबीआई को एक संवाददाता सम्मेलन करना चाहिए और हमें आश्वस्त करना चाहिए कि हमारे पैसे सुरक्षित हैं।’’
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पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी बैंक (पीएमसी बैंक) 10 शहरी सहकारी बैंकों में शामिल है। नियमों से हटकर दिये गये कर्ज की जानकारी छुपाने के कारण 23 सितंबर से छह महीने के लिये यह बैंक आरबीआई की प्रशासनिक निगरानी में था। यह संकट उस वक्त शुरू हुआ जब कथित 4,355 करोड़ रुपये का घोटाला प्रकाश में आया और आरबीआई ने 24 सितंबर से प्रति उपभोक्ता 1,000 रुपये निकालने की सीमा तय कर दी। इसके बाद कई कदम उठाते हुए आरबीआई ने यह सीमा बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी। आरबीआई कार्यालय के बाहर जमा हुए पीएमसी खाताधारकों में से 65 वर्षीय मंजीत सिंह भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि बैंक में उनकी लाखों की सावधि जमा राशि हैं और उनकी आजीविका इन्हीं जमा राशियों से मिलने वाले ब्याज पर निर्भर है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर बैंक इसी तरह से अपने उपभोक्ताओं से निपटता है तो लोगों का बैंकिंग प्रणाली से भरोसा उठ जायेगा।’’
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