देश में शांति व्यवस्था में खलल डालने की बड़ी साजिश थी दिल्ली दंगा: नित्यानंद राय
उन्होंने कहा कि बल इन नयी चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि बल देश में कोविड-19 से जुड़े प्रोटोकॉल पर एक व्यापक जागरूकता अभियन शुरू करेगा। इसका लक्ष्य करीब 12 करोड़ नागरिकों तक पहुंचने का है।
उन्होंने कहा कि आरएएफ कर्मियों ने दंगाइयों के नापाक मंसूबों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। मंत्री ने कहा, ‘‘दंगों और प्रदर्शन के दौरान आपको नुकसान उठाना पड़ा और चोट लगी...लेकिन आपने तभी बल प्रयोग किया जब हिंसक समूहों ने समाज की शांति में खलल डालना शुरू किया।’’ उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के दौरान आरएएफ को तैनात किया गया था। दंगों में 53 लोग मारे गये थे जबकि करीब 200 लोग घायल हुए। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दिल्ली की एक अदालत में कई आरोपपत्र दाखिल किये हैं। आरएएफ की 15 बटालियनें (15,000 कर्मी से अधिक) हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मौके पर आरएएफ कर्मियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आरएएफ कर्मियों और उनके परिवारों को बल के 28वें स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। आरएएफ ने कानून व्यवस्था की चुनौतियों से निपटनेमें खुद को विशिष्ट बनाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई बार और एक बार फिर से, कई मानवाीय कार्यों में तथा संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में उनकी प्रतिबद्धता ने भारत को गौरवान्वित किया है।’’Minister of State for Home Affairs, Shri @nityanandraibjp paid tribute the fallen heroes of CRPF and took the salute as the Chief Guest of an impeccable #RAFanniversary parade at @crpfacademyggm1. pic.twitter.com/ohhyZl2aVQ
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) October 7, 2020
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राय ने कहा कि किसी देश के विकास के लिये आंतरिक सुरक्षा और शांति कायम रखना दो जरूरी चीजें हैं। उन्होंने कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों के शीर्ष कमांडरों को मार गिराने के लिये सीआरपीएफ कर्मियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बल ने क्षेत्र में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी गतिवधियों को नाकाम करने का काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह आपकी बड़ी उपलब्धि है। ’’ सीआरपीएफ निदेशक ए पी माहेश्वरी ने भी बल के कर्मियों को संबोधित किया और कहा कि सुरक्षा बलों एवं आरएएफ जैसी विशेष इकाइयों के समक्षअब सोशल मीडिया के जरिये फैलाई जाने वाले फर्जी एवं उकसाने वाले संदेश नयी चुनौतियां हैं। माहेश्वरी ने कहा, ‘‘...अब हम देख रहे हैं कि साइबर जगत के जरिये कट्टरपंथ को फैलाया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि बल इन नयी चुनौतियों का सामना करने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि बल देश में कोविड-19 से जुड़े प्रोटोकॉल पर एक व्यापक जागरूकता अभियन शुरू करेगा। इसका लक्ष्य करीब 12 करोड़ नागरिकों तक पहुंचने का है।
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