दिल्ली-NCR में धुंए के गुबार से ढक गया आसमान, फिर भी पराली जलाने से मान नहीं रहे किसान
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और धुंध के छाए गुबार के बीच पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। पंजाब के लुधियाना में किसानों को खेतों में पराली जलाते हुए देखा गया। इससे लुधियाना और उसके आसपास भी धुंध छा गई।
दिल्ली में बढ़े प्रदूषण की कई वजहें हैं। पराली ने प्रदूषण बढ़ाया तो दिवाली के आतिशबाजी ने इसे और भड़काया। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जिनपर जनता की जान बचाने की जिम्मेदारी है वो कितने मुस्तैद हैं। हालात देखकर तो ऐसा कतई नहीं लगता कि वायु प्रदूषण पर किसी को सियासत से आगे कोई फिक्र है। पटाखों पर लगे प्रतिबंध का लोगों द्वारा उल्लंघन किये जाने और प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 36 प्रतिशत पहुंचने के बीच शुक्रवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 462 पर पहुंच गया, जो पांच साल में दिवाली के अगले दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है।
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कहने को तो दिवाली पर दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह प्रतिबंध था लेकिन पटाखें बिके भी और फूटे भी। दिल्ली के हर कोने में दिवाली की रात धमाके सुने गए। इसका असर भी आधी रात से ही दिख गया। सुबह होते-होते ही दिल्ली के आसमान में जहरीला गुबार छा चुका था। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों और उसके उपनगरों में लोगों ने सुबह सिर में दर्द, गले में जलन और आंखों से पानी आने की शिकायतें की। चिंतित नागरिकों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर आतिशबाजी की तस्वीरें और वीडियो साझा किए और पटाखों पर प्रतिबंध को ‘‘मजाक’’ बताया।
पराली से उठता धुआं लगातार जारी
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और धुंध के छाए गुबार के बीच पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। पंजाब के लुधियाना में किसानों को खेतों में पराली जलाते हुए देखा गया। इससे लुधियाना और उसके आसपास भी धुंध छा गई। वहीं अमृतसर में भी किसानों द्वारा पराली जलाए जाने का वीडियो सामने आया। पराली जलने से होने वाले प्रदूषण का प्रभाव आज भी दिल्ली के ऊपर दिख रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने एख रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाएं चार हजार के पार गई है।
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प्रदूषण पर सियासत
दिल्ली सरकार का कहना है कि बीजेपी ने लोगों को पटाखें फोड़ने के लिए उकसाया नहीं होता तो ये हालात नहीं होते। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने जान बूझकर दिवाली के दिन पटाखें जलवाएं। जिसके लिए उन्होंने कैंपेन किया। बार-बार चुनौती दी गई कि हम पटाखें जलाएंगे, आप रोक कर दिखाइए। वहीं इन आरोपों के पलटवार में बीजेपी की तरफ से कहा गया कि आप की सरकार केवल दूसरों पर दोष मढ़ना पसंद करते हैं। काम तो कुछ करते नहीं बल्कि हर चीज में बहाना ढूंढ़ लेते हैं।
#WATCH पंजाब: अमृतसर में किसान खेतों में पराली जलाते हुए देखे गए। pic.twitter.com/JrtJoCJ4LI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 6, 2021
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