दिल्ली सरकार ने प्रवासी श्रमिकों के लिए 11 स्कूलों को रैन बसेरों में परिवर्तित किया :सिसोदिया

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शहर में मौजूदा 238 रैन बसेरों के अलावा, दिल्ली सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए 11 स्कूलों को रैन बसेरों में बदल दिया। उन्होंने ट्विटर पर कहा, हमने गाजीपुर और आनंद विहार के पास दो सरकारी स्कूलों में रैन बसेरे की सुविधा शुरू की है।

नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन अवधि के दौरान शहर में प्रवासियों की मदद के लिए अपने 11 स्कूलों को रैन बसेरों में बदल दिया है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को यह जानकारी दी।   यह कदम दिल्ली सहित कई बड़े शहरों में प्रवासी कामगारों के बड़े पैमाने पर अपने राज्यों के लौटने के बीच उठाया गया है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं।

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शहर में मौजूदा 238 रैन बसेरों के अलावा, दिल्ली सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए 11 स्कूलों को रैन बसेरों में बदल दिया। उन्होंने ट्विटर पर कहा, हमने गाजीपुर और आनंद विहार के पास दो सरकारी स्कूलों में रैन बसेरे की सुविधा शुरू की है। हमने जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था की है। सिसोदिया ने गरीब और प्रवासी श्रमिकों से दिल्ली सरकार द्वारा प्रदान किए गए भोजन और आवास सुविधाओं का उपयोग करने की अपील की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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