Dhule Rural विधानसभा सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला, कांग्रेस के कब्जे वाले गढ़ में भाजपा लगा रही जीत की आशा
महाराष्ट्र राज्य के 288 विधानसभा क्षेत्रों में से एक धुले ग्रामीण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी है। जोकि धुले जिले में स्थित है। यह धुले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ अन्य पांच विधानसभा क्षेत्रों, अर्थात् धुले जिले में धुले शहर और सिंधखेड़ा और नासिक जिले में मालेगांव सेंट्रल, मालेगांव बाहरी और बगलान का हिस्सा है।
भारत में महाराष्ट्र राज्य के 288 विधानसभा क्षेत्रों में से एक धुले ग्रामीण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पश्चिमी है। जोकि धुले जिले में स्थित है। यह धुले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ अन्य पांच विधानसभा क्षेत्रों, अर्थात् धुले जिले में धुले शहर और सिंधखेड़ा और नासिक जिले में मालेगांव सेंट्रल, मालेगांव बाहरी और बगलान का हिस्सा है। यह सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। जहाँ से भारतीय जनता पार्टी ने राम भदाणे को मैदान में उतारा है। वर्तमान में इस सीट से कांग्रेस के कुणालबाबा रोहिदास पाटिल विधायक हैं। धुले जिले में स्थित यह सीट धुले संसद सीट के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है।
जानिए धुले ग्रामीण के जातीय समीकरण
सामान्य श्रेणी के लिए आरक्षित इस सीट पर अब तक कुल 3 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं जिसमें से दो बार इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक यहां कुल मतदाता की संख्या 368094 है। वहीं, एससी मतदाताओं की संख्या 28,527 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 7.75% है। ST मतदाताओं की संख्या की बात करें तो ये लगभग 80686 है जो लगभग 21.92% हैं। वहीं, इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 6,994 जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 1.9 % है।
क्या है धुले ग्रामीण विधानसभा सीट का इतिहास
2008 में अस्तित्व में आई इस विधानसभा सीट पर अब तक तीन बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। 2009 के चुनाव में इस सीट पर शिवसेना ने जीत हासिल की। बाकी दोनों चुनाव (2014, 2019 ) में यहां कांग्रेस का कब्जा रहा।
2024 के संभावित समीकरण ?
धुले सीट पर फिलहाल कांग्रेस का दबदबा है। पिछले लगातार दो बार हुए चुनावों में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की है ऐसे में आगामी चुनाव में कांग्रेस फिर से इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पूरा जोर लगाएगी। हालांकि उसे कड़ी टक्कर देने के लिए चुनावी मैदान में बीजेपी और शिवसेना मुख्य दल होंगे। निर्दलीय और अन्य पार्टियों के प्रत्याशी भी इस सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वियों कड़ी टक्कर देने की कोशिश करेंगे। 2019 के चुनाव में कांग्रेस को बीजेपी से कड़ी टक्कर मिली थी।
कांग्रेस ने 14564 वोटों से जीत हासिल की थी। ऐसे में आने वाले चुनाव में इस सीट के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने का अनुमान है। देखना दिलचस्प रहेगा कि कांग्रेस इस बार यहां से जीत हासिल कर पाती है या नहीं। ये देखना भी दिलचस्प रहेगा कि क्या इस बार बीजेपी इस सीट पर अपना खाता खोल पाएगी या नहीं।
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