भरूच जिले की वागरा सीट पर वापसी करना चाहेगी कांग्रेस, बीजेपी का है कब्जा
गुजरात में दो चरणों में चुनाव होना है, जिसमें प्रथम चरण का मतदान एक दिसंबर को होना है। इस सीट पर कुल 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इस सीट पर बीते दो चुनावों से बीजेपी को जीत मिलती रही है। सीट पर मुसलमान और दरबार आदिवासी मतदाताओं की संख्या है।
भरूच जिले की वागरा विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रह चुकी है मगर अब इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। वर्ष 2012 और वर्ष 2017 में हुए चुनावों के दौरान इस चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर अब तक कुल 13 चुनाव हो चुके हैं जिनमें से तीन चुनावों में बीजेपी ने जीत हासिल की है। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा रहा है। वर्ष 1998, 2002 और 2007 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को जीत मिली थी।
बता दें कि वागरा गुजरात के साउथ गुजरात क्षेत्र के भरूच जिले का एक विधानसभा क्षेत्र है। वागरा भरूच लोकसभा का हिस्सा है, जो सामान्य सीट है। वर्ष 2017 में इस सीट पर भाजपा के अरुण सिंह को 72 हजार 331 मत मिले थे, जिससे उन्हें जीत मिली थी। उन्होंने कांग्रेस के सुलेमानभाई मुसाभाई को 1,628 मतों से हराया था। आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर मुसलमान और दरबार आदिवासी मतदाताओं की संख्या है। इस सीट पर दो लाख 17 हजार 862 मतदाता हैं, जिसमें से एक लाख 11 हजार 844 पुरुष वोटर और एक लाख छह हजार छह महिला मतदाता है। अन्य 12 मतदाता भी इस सीट पर हैं।
जानकारी के मुताबिक इस बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने वागरा सीट से 17 उम्मीदवार मैदान में है। बीजेपी ने अरुण सिंह पर ही फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जयेंद्रसिंह राज और कांग्रेस पार्टी ने सुलेमान पटेल को उम्मीदवार बनाया है।
जानें सीट का इतिहास
गुजरात की राजनीति में लंबे समय से भाजपा का कब्जा रहा है। वर्ष 1990 के चुनाव में भाजपा और जनता दल गठबंधन की सरकार यहां वर्चस्व में आई। इसके बाद 1995 के चुनावों से 2017 तक लगातार इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है।
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