प्रतिबंधित पीएफआई के एजेंडे पर काम कर रही कांग्रेस: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर प्रतिबंधित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया और कर्नाटक के लोगों से विपक्षी दल को वोट नहीं देने का आग्रह किया।
सावदत्ती (कर्नाटक)। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर प्रतिबंधित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया और कर्नाटक के लोगों से विपक्षी दल को वोट नहीं देने का आग्रह किया। कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा और 13 मई को मतगणना होगी। कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि इसने स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर के साथ ही भगवान हनुमान का भी अपमान किया है।
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शाह ने कहा,‘‘कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करती है। सबसे पहले, उन्होंने चार प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण दिया, यह जानते हुए भी कि हमारा संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान नहीं करता है। भाजपा ने इस असंवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को समाप्त कर दिया है और लिंगायत और वोक्कालिगा के लिए दो-दो प्रतिशत कोटा बढ़ा दिया है।’’ बेलगावी जिले में यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस वादा करती है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो वह मुस्लिम आरक्षण को वापस लाएगी और इसे चार प्रतिशत के बजाय छह प्रतिशत करेगी।
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उन्होंने कहा, ‘‘आप (कांग्रेस) इसे कहां से लाएंगे, किसका (कोटा) कम करेंगे? लिंगायत या वोक्कालिगा या एससी/एसटी का कोटा कम करेंगे, स्पष्ट करें। कांग्रेस के लोग कान खोलकर सुनें, आप न तो सरकार बना पाएंगे, न ही लिंगायतों का आरक्षण कम होगा। सिर्फ भाजपा की सरकार आएगी।’’ यह उल्लेख करते हुए कि भाजपा सरकार ने पिछले साल पीएफआई को गैरकानूनी घोषित कर दिया था, गृह मंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस का कहना है कि सत्ता में आने पर वह इस्लामी संगठन पर प्रतिबंध वापस ले लेगी। उन्होंने कहा, हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते, जो भी देश विरोधी काम करेगा वह सलाखों के पीछे जाएगा। यह इंगित करते हुए कि पीएफआई ने दो मांगें रखी थीं, उन्होंने कहा कि एक मांग अल्पसंख्यक बजट को बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये करने की थी, और कांग्रेस ने चुपचाप अपने घोषणापत्र में इसे बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये करने का वादा किया है।
उन्होंने दावा किया कि इसके अलावा, पीएफआई ने अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने के लिए कहा था, और कांग्रेस ने कहा कि वह चार प्रतिशत के बजाय छह प्रतिशत आरक्षण देगी। शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस पीएफआई के एजेंडे पर काम कर रही है, कांग्रेस को कभी वोट न दें।’’ कांग्रेस पर 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की अनुमति नहीं देकर भगवान राम को ताले में रखने का आरोप लगाते हुए, शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने पर राम मंदिर की नींव रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंगबली का भी अपमान किया है। शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पूछा कि बजरंगबली की जन्म तिथि क्या है, क्या आपके पास उनका जन्म प्रमाणपत्र है? उनकी जन्मतिथि को पूरा देश जानता है। यह हनुमान जयंती पूर्णिमा पर है। आप (कांग्रेस) नहीं जानते क्योंकि आपको केवल तुष्टीकरण याद है।’’ सावरकर का ‘‘अपमान’’ करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘वे इतिहास नहीं जानते।
राहुल बाबा (राहुल गांधी), आप सावरकर का अपमान करते हैं। यदि आप 10 जन्मों तक रहें, तब भी आप सावरकर द्वारा किए गए बलिदानों का दसवां हिस्सा भी नहीं कर सकते।’’ कर्नाटक के लोगों से भाजपा के लिए पूर्ण बहुमत सुनिश्चित करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, मोदी के नेतृत्व में, भाजपा उत्तरी कर्नाटक को राज्य का सबसे विकसित क्षेत्र बनाएगी...इस चुनाव में बेलगावी जिले की सभी 18 सीट भाजपा को दें। यह उल्लेख करते हुए कि कर्नाटक, गोवा और केंद्र में अतीत में सरकारें होने के बावजूद कांग्रेस ने अंतरराज्यीय महादयी नदी जल विवाद को हल नहीं किया, शाह ने कहा कि 2007 में कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने गोवा में कहा था कि महादयी नदी का जल कर्नाटक को नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा, सोनिया जी आपकी सरकार चली गई। मोदी जी (सत्ता में) आए और इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है तथा कर्नाटक के उत्तरी जिलों में महादयी का पानी आ रहा है। शाह ने कांग्रेस पर किसानों पर गोली चलाने और लाठीचार्ज के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
कांग्रेस की चुनावी गारंटी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि इसी तरह के वादे कांग्रेस ने गुजरात, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर और नगालैंड में किए थे तथा वहां पार्टी का ‘‘सफाया’’ हो गया। उन्होंने दावा किया, राहुल बाबा, आपकी गारंटी पर कोई विश्वास नहीं करता। जिनकी इज्जत नहीं, उनकी गारंटी पर कोई भरोसा नहीं करता। यह उल्लेख करते हुए कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को जहरीला सांप कहा था, शाह ने कहा कि यह पार्टी के स्तर को दर्शाता है। उन्होंने कर्नाटक के लोगों से कहा कि कांग्रेस को सबक सिखाने का समय आ गया है।
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