एमपी में कुपोषण के आंकड़ों पर कांग्रेस ने सरकार पर कसा तंज, कहा - 18 साल से सुन रहे है कि कम होगा कुपोषण

Malnutrition in mp
प्रतिरूप फोटो
सुयश भट्ट । Feb 22 2022 11:35AM

मध्य प्रदेश में लगभग 57 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र है। जिसमें से 16000 आंगनवाड़ी केंद्र में भवन नहीं है। और साथ ही 200 के करीब ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र है जहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने घरों में आंगनवाड़ी संचालित कर रही है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में कुपोषण के आंकड़ों को लेकर कांग्रेस ने सूबे की शिवराज सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। बिछिया से कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कहा कि जानवर भी नहीं खा सकता, वो अनाज आंगनवाड़ी केंद्रों में दिया जा रहा है। ऐसे भोजन से क्या कुपोषण दूर होगा।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में लगभग 57 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र है। जिसमें से 16000 आंगनवाड़ी केंद्र में भवन नहीं है। और साथ ही 200 के करीब ऐसे आंगनवाड़ी केंद्र है जहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने घरों में आंगनवाड़ी संचालित कर रही है।

इसे भी पढ़ें:भोपाल सेंट्रल जेल की बढ़ाई सुरक्षा, नई समिति का हुआ गठन, जानिए कारण 

विधायक ने कहा कि ऐसी स्थिति में खासकर आदिवासी इलाकों में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे कुपोषण दूर होगा। बच्चों को कुपोषण दूर करने का आहार नहीं मिल पाता है। जब-जब कुपोषण के आंकड़े बढ़ते हैं, तब सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागने के लिए दूसरों के ऊपर थोपने का प्रयास करते हैं।

उन्होंने कहा कि हम इनसे उम्मीद नहीं कर सकते की इनकी सरकार में कुपोषण दूर होगा। सिर्फ प्रचार करके सरकार दिखावा कर रही है। गांव जाकर आंगनवाड़ी केंद्रों को देखें क्या हाल है। 18 साल हो गए मुख्यमंत्री की बात सुनते-सुनते के जल्द कुपोषण दूर होगा।

इसे भी पढ़ें:Russia-Ukraine Crisis: भारत ने कहा, युद्ध किसी के हित में नहीं, बातचीत से ही निकलेगा रास्ता 

आपको बता दें कि प्रदेश में अति कुपोषण वाले जिलों में सुधार व्रद्धि को लेकर जारी हुई रैंकिंग में ग्वालियर को अव्वल स्थान मिला है। लेकिन इस रैंकिंग ने उन जिलों की भी पोल खोली है जो पुरानी रैंकिंग में अव्वल थे। NFHS-5 वर्ष 2016-2021 की जारी सीवियर एक्यूट मॉन्यूट्रिशन रैंकिंग में अति कुपोषित बच्चों के हालात में सुधार पर ग्वालियर ने लम्बी छलांग लगाई है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़