गुजरात और हिमाचल चुनाव के लिए कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल को मिली यह जिम्मेदारी
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई है। इसमें आगामी गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव को लेकर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर जानकारी दी गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
इस साल होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है। हिमाचल और गुजरात में कांग्रेस हर हाल में सत्ता वापसी की कोशिश में लगी हुई है। 1995 के बाद कांग्रेस गुजरात में अपने दम पर अब तक सरकार नहीं बना सकी है। वहीं, हिमाचल में 2017 में हुए चुनाव में पार्टी को सत्ता गंवानी पड़ी थी। यही कारण है कि इस साल के चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी अब खुद को रणनीतिक तौर पर तैयार करने और मजबूत रखने की कोशिश में जुट गई है।
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इसको लेकर पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई है। इसमें आगामी गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव को लेकर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर जानकारी दी गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उनके साथ छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंह देव और युवा नेता मिलिंद देवड़ा पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक होंगे। भूपेश बघेल का साथ देने के लिए सचिन पायलट और प्रताप सिंह को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
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आपको बता दें कि वर्तमान में कांग्रेस 2 राज्यों में अपने दम पर सत्ता में है। जबकि झारखंड और तमिलनाडु जैसे राज्यों में वह गठबंधन में है। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में कांग्रेस का मुकाबला भाजपा से है। हालांकि, दोनों ही राज्यों में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी में भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रखी है। खुद अरविंद केजरीवाल लगातार दोनों ही राज्यों का दौरा कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए दोनों ही राज्यों में राह इतनी आसान नहीं है।
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