मुस्लिमों को आरक्षण देकर शिवसेना को मुसीबत में डालना चाहते हैं कांग्रेस और NCP: आठवले
आठवले ने कहा कि शिवसेना धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महा विकास आघाडी की सरकार छोड़कर फिर भाजपा के साथ आ जाना चाहिए।
मुंबई। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में शिक्षा में मुस्लिमों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा राकांपा और कांग्रेस का शिवसेना को मुश्किल में डालने का प्रयास है। आठवले ने कहा कि शिवसेना धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महा विकास आघाडी की सरकार छोड़कर फिर भाजपा के साथ आ जाना चाहिए।
अलायन्स अंगेंस्ट सीएए या संघटनेच्या शिष्टमंडळाने नुकतीच मुंबईत माझी भेट घेतली सीएए कायदा हा भारतीय मुस्लिम समाजाच्या विरोधात नसल्याची त्यांना ग्वाही दिली pic.twitter.com/7lzFQP8lqP
— Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) February 28, 2020
हालांकि आठवले ने कहा कि उनकी पार्टी मुस्लिमों को शिक्षा में पांच प्रतिशत आरक्षण देने के खिलाफ नहीं है। अठावले ने यहां राज्य विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से कहा, “तत्कालीन कांग्रेस-राकांपा सरकार ने मुस्लिमों को पांच प्रतिशत आरक्षण दिया था। लेकिन यहां कांग्रेस-राकांपा इस मुद्दे पर शिवसेना को मुसीबत में डालने की कोशिश कर रही है क्योंकि शिवसेना ऐसे आरक्षण की विरोधी है।”
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उन्होंने कहा, “वे उद्धव ठाकरे को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उद्धव जी से अनुरोध करते हैं कि वे बालसाहेब ठाकरे के सपनों को सच करने के लिए भाजपा से फिर हाथ मिला लें।” आठवले ने यह भी कहा कि ठाकरे किसी दिन कांग्रेस और राकांपा से आजिज आकर सरकार से नाता तोड़ लेंगे।
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