CM योगी बोले, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को संक्रमण से सुरक्षित रखना जरूरी

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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में लॉकडाउन के स्थिति की समीक्षा की। अवस्थी ने बताया कि समीक्षा बैठक में योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी चिकित्साकर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना जरूरी है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य के हर जिले में डेडिकेटेड (समर्पित) टीम का गठन कर चिकित्सा कर्मियों के बीच संक्रमण रोकने का प्रयास शुरू किया गया है। इस टीम में एक पर्यावरण इंजीनियर को भी शामिल किया गया है, जो मेडिकल वेस्ट (कचरा) के निस्तारण का काम करेगा। योगी ने रविवार को निर्देश दिया कि प्रदेश में पूल टेस्टिंग और प्लाज्मा थेरेपी को और अधिक बढ़ाया जाए। उक्त जानकारी यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में हुई प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने संवाददाताओं को दी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में लॉकडाउन के स्थिति की समीक्षा की। अवस्थी ने बताया कि समीक्षा बैठक में योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी चिकित्साकर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना जरूरी है। 

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उन्होंने बताया कि चिकित्सा संक्रमण को रोकने के लिए राज्य मुख्यालय और सभी प्रभावित जिलों में मुख्यमंत्री के निर्देश डेडिकेटेड टीम का गठन कर दिया गया है जो सरकारी और निजी अस्पतालों में संक्रमण रोकने का कार्य करेगी। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अब कोरोना वायरस प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए क्योंकि इसके अच्छे परिणाम मिले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में पीपीई किट, एन-95 मास्क सहित सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा कोविड अस्पतालों में अनिवार्य रूप से सिर्फ कोविड संक्रमण का ही इलाज हो, अन्य चिकित्सा गतिविधियां इन अस्पतालों में न किया जाए। अवस्थी के अनुसार मुख्मयंत्री का कहना था कि अस्पतालों में मौजूद कोरोना से संबंधित तथा अन्य बायोमेडिकल वेस्ट का सुरक्षित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पूल टेस्टिंग को और अधिक बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों की जांच की जाए जिससे कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके। अवस्थी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने लेन-देन में नकद की बजाए रूपे कार्ड तथा अन्य माध्यम को बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया है।

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उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने वालंटियर्स की टीम गठित कर लोगों को कोरोना के विषय में जागरूक करने का भी निर्देश दिया है। इन टीमों का गठन इलाके व मोहल्लों के स्तर पर हो। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरियाणा से यूपी के लोगों को लाने का कार्य शुरू हो गया है। शनिवार को 2200 और अब तक 9800 लोगों को वापस लाया जा सका है। कुछ लोग रास्ते में भी हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही 18 जिलों में विशेष अधिकारियों की तैनाती की गई है। इन अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट भेजने का निर्देश पहले ही जारी किया गया था। अब इन रिपोर्ट के आधार पर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और डीजीपी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अब तक 1843 मामले सामने आए हैं जिनमें 1525 सक्रिय मामले हैं। उन्होंने बताया कि उपचार के बाद 1843 में से 289 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है हालांकि कोरोना के कारण प्रदेश में 29 लोगों की मौत हुई है।

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प्रसाद ने बताया कि राज्य के 58 जनपद कोरोना वायरस से प्रभावित हुए हैं। वर्तमान में केवल 48 जिलों में ही कोविड-19 के सक्रिय मामले हैं। उनका कहा था कि 17 जिलों में अभी भी कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं मिला जबकि 10 जिले कोरोना वारयस से मुक्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को 3415 नमूने भेजे गये थे जिसके बाद पिछले दिनों के साथ ही कुल 3876 नमूनों का परीक्षण हुआ है। प्रसाद के मुताबिक 318 पूल सैंपलों के माध्यम से 1590 सैंपलों की टेस्टिंग प्रदेश के नौ प्रयोगशालाओं में हुई है। उन्होंने बताया कि अभी तक 56 हजार से अधिक सैंपलों की जांच की गई है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में 79.15 प्रतिशत पुरूष और 20.85 प्रतिशत महिलाएं हैं। 60 वर्ष से अधिक उम्र वर्ग में 7.62 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल क्वारंटीन में 11, 715 और आइसोलेशन में 1601 लोगों को रखा गया है।

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