सीमा पर अपनी ताकत बढ़ाने का सबसे बड़ा प्लान, LAC पर नए हाईवे की मेगा योजना बना रहा है चीन
चीन भारत की सीमा के पास हाइवे की बड़ी योजना पड़ काम कर रहा है। तिब्बत के लिंजे प्रांत से शिंजियांग के मांजा तक हाईवे बनाने की तैयारी की जा रही है। पिछले हफ्ते जिस तरह से जी695 नाम के इस हाइवे का प्लान सामने आया था, उसी के तहत ये चीनी रणनीति का हिस्सा है।
बॉर्डर पर भारत और चीन के बीच के टेंशन को कम करने के लिए कई स्तर की बातचीत और कई दौर की कमांडर लेवल की टॉक के बावजूद चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन अब अपनी कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए उन इलाकों को भी कवर कर रहा है जो सवालों के घेरे में है। ड्रैगन की साजिशों की एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त हर दो चार दिन पर नजर आ जाती है। सीमा पर ताकत बढ़ाने का सबसे बड़ा चीनी प्लान सामने आया है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी पर नए हाईवे की मेगा योजना बना रहा है।
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अब आपको चीन के इस मेगा हाइवे प्लान की थोड़ी डिटेल भी बता देते हैं। दरअसल, चीन भारत की सीमा के पास हाइवे की बड़ी योजना पड़ काम कर रहा है। तिब्बत के लिंजे प्रांत से शिंजियांग के मांजा तक हाईवे बनाने की तैयारी की जा रही है। पिछले हफ्ते जिस तरह से जी695 नाम के इस हाइवे का प्लान सामने आया था, उसी के तहत ये चीनी रणनीति का हिस्सा है, इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रस्तावित हाईवे दक्षिण तिब्बत में एलएसी के पास विवादित इलाके से भी गुजरेगा। साथ ही बड़ी बात ये सामने आ चुकी है कि जो रूट तय किए जा रहे हैं। उसको लेकर प्रोजेक्ट में कई ऐसे स्थान भी हैं जिस पर भारत भी सख्त ऐतराज बताता आ रहा है।
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कुल 345 कंस्ट्रक्शन पर चीन की तरफ से काम किया जा रहा है। इसके लिए 2035 तक का टारगेट है। 2035 तक 4.61 लाख सड़क चीन की तरफ से बनाने की योजना है। से एलएसी के ठीक उत्तर में सिक्किम की सीमा से लगे कम्बा काउंटी और नेपाल की सीमा के पास ग्यारोंग काउंटी में स्थित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नए निर्माण का विवरण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन राजमार्ग पूरा होने पर एलएसी पर देपसांग मैदान, गलवान घाटी और हाट स्प्रिंग्स जैसे गर्म विवादित क्षेत्रों के पास से होकर भी जा सकता है।
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