प्रधान न्यायाधीश ने रोहिणी अदालत में गोलीबारी पर चिंता जतायी
सुप्रीम कोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश ने मुख्य न्यायाधीश को सुझाव दिया कि वह पुलिस और बार दोनों से बातचीत कर यह सुनिश्चित करें कि अदालती कार्यवाही बाधित नहीं हो।
दिल्ली की रोहिणी अदालत में शुक्रवार को हुई गोलीबारी की घटना को लेकर प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने गहरी चिंता जतायी और इस बारे में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल से बात की।
उच्चतम न्यायालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश ने मुख्य न्यायाधीश को सुझाव दिया कि वह पुलिस और बार दोनों से बातचीत कर यह सुनिश्चित करें कि अदालती कार्यवाही बाधित नहीं हो। अधिकारी ने बताया कि न्यायिक कर्मियों और अदालत परिसरों की सुरक्षा का मुद्दा पहले ही उच्चतम न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है और अगले सप्ताह इस मामले की सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर हो सकती है।
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रोहिणी अदालत में शुक्रवार को वकील के वेश में आये दो हमलावरों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस की तत्परता से की गयी जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर भी मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गोलीबारी के वीडियो फुटेज में दिख रहे दो हमलावर प्रतिद्वंद्वी गिरोह से थे, जिसमें गोलियों की आवाज सुनी जा सकती है।
पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच हाथापाई हुई, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि कोई और घायल या मौत नहीं हुई। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि दोनों हमलावर दिल्ली के मोस्ट वांटेड में से एक विचाराधीन कैदी गोगी के साथ मारे गए।
पुलिस ने कहा कि घटना दोपहर करीब 1.15 बजे हुई जब गोगी को सुनवाई के लिए अदालत कक्ष संख्या 207 लाया गया और वकीलों की पोशाक में आए दो गैंगस्टरों ने उस पर गोलियां चला दीं।
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