छत्तीसगढ़: रात का बचा बासी भोजन खाने से 40 ग्रामीण बीमार, सभी की हालत खतरे से बाहर
रामानुजनगर विकासखंड के विशुनपुर गांव में बासी भोजन खाने से 40 ग्रामीण बीमार हो गए हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विशुनपुर गांव में शनिवार रात को ‘दशगात्र’ का कार्यक्रम हुआ था, जिसमें भोज का आयोजन किया गया था।
कोरबा। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के एक गांव में रात का बचा हुआ बासी भोजन अगले दिन खाने से 40 ग्रामीण बीमार हो गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूरजपुर जिले के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर.एस. सिंह ने बताया कि जिले के रामानुजनगर विकासखंड के विशुनपुर गांव में बासी भोजन खाने से 40 ग्रामीण बीमार हो गए हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंह ने बताया कि विभाग को जानकारी मिली है कि विशुनपुर गांव में शनिवार रात को ‘दशगात्र’ का कार्यक्रम हुआ था, जिसमें भोज का आयोजन किया गया था।
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उन्होंने बताया कि भोज के बाद बड़ी मात्रा में भोजन बच गया था जिसे रविवार सुबह ग्रामीणों को परोसा गया था। सिंह ने बताया कि भोजन के बाद 40 ग्रामीणों को उल्टी—दस्त की शिकायत होने लगी। इसके बाद सभी को स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया। बाद में सभी बीमार ग्रामीणों को जिला चिकित्सालय भेजा गया। किसी व्यक्ति की मृत्यु के 10वें दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम को ‘दशगात्र’ कहते हैं। चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बीमार ग्रामीणों में ज्यादातर महिलाएं हैं। सभी की हालत खतरे से बाहर है।
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