भाजपा को महाराष्ट्र में चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा : बघेल
उन्होंने दावा किया कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के एमवीए गठबंधन से भाजपा डरी हुई है।
रायपुर| छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि जनता लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के ऐसे कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेगी और इसका परिणाम भाजपा को भुगतना होगा।
यहां पुलिस लाइंस में हेलीपैड पर पत्रकारों से बात करते हुए बघेल ने कहा कि भाजपा को 2024 के आम चुनावों में हार का डर है, यही वजह है कि वह (राजनीतिक) उठापटक कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा विपक्षी दलों को बर्दाश्त नहीं कर सकती। यह असहमति का भी सम्मान नहीं करती है। यह (उन्हें) रौंदती है, कुचलती है और खत्म कर देनी चाहती है, (जो इसका विरोध करते हैं)। यह एक लोकतांत्रिक देश है और इस तरह के कृत्यों (सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास) बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।भाजपा को परिणाम भुगतने होंगे।’’
शिवसेना के ज्यादातर विधायक महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के पक्ष में हैं और वे गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिससे मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार भंवरजाल में फंस गई है।
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के लोग देख रहे हैं। पहले वे (शिवसेना के बागी विधायक) गुजरात गए और फिर असम। इसकी क्या जरूरत थी? उन्हें महाराष्ट्र में रहना चाहिए था और पार्टी कार्यकर्ताओं तथा लोगों का सामना करना चाहिए था।उन्हें लोगों की इच्छा के अनुसार निर्णय लेना चाहिए था। जनता उनके (भाजपा) पक्ष में नहीं है। महाराष्ट्र के लोग एमवीए के पक्ष में हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के एमवीए गठबंधन से भाजपा डरी हुई है।
उन्होंने कहा कि 2024 के आम चुनाव में हार के डर से भाजपा तोड़फोड़ का सहारा ले रही है।
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