मुंबई को कमजोर करने का प्रयास कर रही भाजपा, सिर्फ शिवसेना ही उसे रोकने में सक्षम : उद्धव
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के एक नेता ने उन्हें 2014 में बताया था कि जब शिवसेना (अविभाजित) एक महीने के लिए विपक्ष में थी तब गठबंधन टूट गया था क्योंकि भाजपा उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती थी। ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व पर भाजपा का विशेषाधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, मैं अभी भी लोगों से कहता हूं कि अगर वह शिवसेना को छोड़ना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि हमारी जीत का श्रेय विश्वासघात की मानसिकता वाले लोग लें।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुंबई के महत्व को कमजोर करने का प्रयास कर रही है और सभी व्यापार व उद्योगों को गुजरात में स्थानांतरित किया जा रहा है। शिवसेना के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ही महाराष्ट्र में भाजपा को रोक सकती है। उन्होंने कहा, मैं संकट (शिवसेना के विभाजन के बाद) में भी अवसर देखता हूं। उन्होंने शिवसेना की पहली पीढ़ी के कार्यकर्ताओं से युवा कार्यकर्ताओं को मुंबई, महाराष्ट्र और मराठी लोगों के लिए पार्टी की अपरिहार्यता के बारे में बताने की अपील की। पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर मुंबई के महत्व को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
उन्होंने सवाल किया, सभी व्यापार और उद्योगों को गुजरात स्थानांतरित किया जा रहा है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की क्या जरूरत थी? ठाकरे ने कहा कि तटीय मार्ग का निर्माण बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के धन से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना की लड़ाई निरंकुश प्रवृत्ति से है न कि लोगों से। ठाकरे ने आरोप लगाया, 2014 और 2019 में भाजपा ने शिवसेना को तोड़ने का प्रयास किया था लेकिन अब उसने शिवसेना (2022 में एकनाथ शिंदे द्वारा पार्टी में टूट का संदर्भ)को लूट लिया और उसे खत्म करने का प्रयास किया।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के एक नेता ने उन्हें 2014 में बताया था कि जब शिवसेना (अविभाजित) एक महीने के लिए विपक्ष में थी तब गठबंधन टूट गया था क्योंकि भाजपा उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती थी। ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व पर भाजपा का विशेषाधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, मैं अभी भी लोगों से कहता हूं कि अगर वह शिवसेना को छोड़ना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि हमारी जीत का श्रेय विश्वासघात की मानसिकता वाले लोग लें।
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