भाजपा ने साढ़े चार साल में कश्मीर की स्थिति बदतर बना दी: आजाद
आजाद ने कहा कि जब नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी तथा कांग्रेस ने सरकार बनाने का विचार किया कि तो एक घंटे के अंदर ही विधानसभा भंग कर दी गयी।उन्होंने सवाल किया कि जम्मू कश्मीर की विधानसभा को इतने दिनों तक निलंबित क्यों रखा गया।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बृहस्पतिवार को भाजपा तथा केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उसके शासनकाल में पिछले साढ़े चार साल के दौरान जम्मू कश्मीर की स्थिति बेहद खराब हो गयी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी तथा कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश की गयी ताकि वहां सरकार बनायी जा सके। उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में जम्मू कश्मीर में आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुयीं। वहां पर्यटन क्षेत्र बदहाल हो गया। इसके साथ ही वहां हस्तशिल्प और अन्य क्षेत्रों की भी स्थिति खराब हो गयी। नेता प्रतिपक्ष जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से जुड़े एक संकल्प पर राज्यसभा में हुयी चर्चा में भाग ले रहे थे।
Sh Ghulam N Azad's Speech | Resolution on proclamation under article 356 in Jammu & Kashmir: https://t.co/lHZcG2cuWh via @YouTube
— Rajya Sabha TV (@rajyasabhatv) January 3, 2019
आजाद ने कहा कि जब नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी तथा कांग्रेस ने सरकार बनाने का विचार किया कि तो एक घंटे के अंदर ही विधानसभा भंग कर दी गयी।उन्होंने सवाल किया कि जम्मू कश्मीर की विधानसभा को इतने दिनों तक निलंबित क्यों रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी तथा कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश की गयी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की जरूरत ऐसी है कि वहां क्षेत्रीय दलों को मजबूत बनाया जाए क्योंकि वे भारत समर्थक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन दलों को कमजोर करने की कोशिश की तथा कई लोगों की सुरक्षा वापस ले ली। आजाद ने अपने भाषण में जम्मू कश्मीर के इतिहास का विस्तार से जिक्र किया और कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी के रूप में वह इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं लेकिन यह सरकार वहां की स्थिति नहीं समझती और संवेदनशील नहीं है। इस सरकार ने वहां की स्थिति को बदतर बना दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के संविधान के तहत वहां राज्यपाल शासन में राज्यपाल को व्यापक अधिकार हैं। इसके तहत वहां राज्यपाल शासन में कानूनों में 55 संशोधन किए गए हैं।
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आजाद ने कहा कि वहां की स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास वही कर सकता है जिसके पास दिल है और दिल किसी एक धर्म के लिए नहीं धड़कना चाहिए। उसे हर देशवासी की पीड़ा को अपना समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस इस पीड़ा को समझती है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हम उसे पीड़ा समझना कहते हैं लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी उसे तुष्टिकरण कहती रही है। आजाद ने आरोप लगाया कि भाजपा कश्मीर के खिलाफ दुष्प्रचार करती रही है और उसने नफरत को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि 1991 से 96 के बीच वहां आतंकवाद पर काबू पाने में तत्कालीन कांग्रेस सरकार की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि बाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने भी कश्मीर की स्थिति को सुधारने का प्रयास किया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें आपसी खींचतान के कारण पार्टी का सहयोग नहीं मिला।
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