भाजपा ने मोदी के भाषण को ‘प्रेरणादायक’ कहा, कांग्रेस ने कहा, ‘दृढ़ निश्चय’ की कमी
भाजपा महासचिव राम माधव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा,‘‘प्रधानमंत्री का जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों के लिए बहुप्रतीक्षित आश्वस्त करने वाला और प्रेरणादायक संदेश। इसका केन्द्रबिंदु मानव विकास,राजनीतिक सशक्तीकरण और सुशासन था।
नयी दिल्ली। भाजपा ने जम्मू कश्मीर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुरुवार को दिए गए भाषण को ‘प्रेरणादायक’ करार दिया और उसकी सराहना की, तो वहीं विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि यह जनता को कतई भरोसा नहीं दिला पाया और इसमें दृढ़ निश्चय का अभाव था। भाजपा के अध्यक्ष तथा गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए अपने दृष्टिकोण और अपनी प्रतिबद्धता को साझा किया और उनसे इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने की अपील की। शाह ने कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा,‘‘आज शाम देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए अपने दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को साझा किया। इन क्षेत्रों की शांति,समृद्धि और कल्याण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उच्च प्राथमिकता है।’’ शाह ने अगला ट्वीट किया,‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों से, खास तौर पर युवाओं से इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने की अपील की, साथ ही किसी बड़े कारण के लिए साथ चलने का अनुरोध किया है। प्रत्येक भारतीय शांतिपूर्ण और समृद्ध जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख चाहता है।’’
Right to Education, Minimum Wages Act, Minority Act, social reservation for the disempowered, corruption free governance, development of J&K and Ladakh is the least that people of these regions, which should have been their right, will get after this historic decision of PM Modi.
— Amit Shah (@AmitShah) August 8, 2019
उन्होंने कहा,‘‘सात दशकों से राज्य में शासन करने वालों ने अनुच्छेद 370 के नाम पर जम्मू कश्मीर और लद्दाख की जनता को धोखा दिया और वंचित रखा। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर इस अन्याय को समाप्त कर दिया।’’ मोदी के संबोधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय स्वैच्छिक था और सभी राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद उन्होंने कहा कि मोदी ने जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में गृह मंत्री अमित शाह की बातों को दोहराया है और इसको लेकर दृढ़ निश्चय की कमी दिखी कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों का सम्मान किया जाएगा।वहीं, उनके सहयोगी अभिषेक सिंघवी ने कहा कि देश को एक होकर प्रधानमंत्री का समर्थन करना चाहिए और उम्मीद जताई कि जम्मू कश्मीर में सभी लोगों को विश्वास में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी का भाषण मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर के निवासियों के लिए था। एक बार जब संसद ने कुछ पारित कर दिया तो देश को इसके पीछे एकजुट होकर खड़े रहना चाहिए। मतभेद के बावजूद इस फैसले का एक राष्ट्र के तौर पर समर्थन करना चाहिए।
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जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों में आशा और विश्वास पैदा किया जाना चाहिए।’’ केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा,‘‘नरेन्द्र मोदी का ऐतिहासिक भाषण, जम्मू कश्मीर और लद्दाख जल्द ही अथाह विकास और वृद्धि देखेंगे जो क्षेत्र के लोगों के लिए बेहतर अवसर मुहैया कराएगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कश्मीर विद मोदी।’’ भाजपा महासचिव राम माधव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा,‘‘प्रधानमंत्री का जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों के लिए बहुप्रतीक्षित आश्वस्त करने वाला और प्रेरणादायक संदेश। इसका केन्द्रबिंदु मानव विकास,राजनीतिक सशक्तीकरण और सुशासन था। बॉलीवुड, आईटी उद्योग, कारोबारी घरानों तथा सभी देशवासियों से कश्मीर की जनता की प्रगति और समृद्धि के लिए आगे आने की अपील की गई।’’वहीं, भाकपा महासचिव डी राजा ने मोदी के संबोधन पर प्रतिक्रिया में कहा,‘‘ यह सब बयानबाजी है, इससे ज्यादा कुछ नहीं। संसद में उन्हें बयान देने से किसने रोका था? यह दिखाता है कि एक शासक की भांति यह सरकार अपने मुद्दों पर ही बात करती है।’’भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी प्रधानमंत्री के संबोधन की सराहना की।
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