पहलगाम हमले को लेकर विवादास्पद टिप्पणी करने पर बीजद सांसद को आलोचना का सामना करना पड़ा

राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे ‘‘असंवेदनशील’’ बताया। हरिचंदन ने देव पर पीड़ितों के परिवारों के दुख का मज़ाक उड़ाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मानसिकता स्वीकार्य नहीं है।’’
विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) की राज्यसभा सदस्य सुलता देव को पहलगाम हमले के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करने को लेकर शनिवार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में ओडिशा के एक पर्यटक सहित 26 लोग मारे गए थे। पत्रकारों से बात करते हुए देव ने कहा था कि गोली चलाने से पहले, हमलावरों द्वारा प्रत्येक पीड़ित का धर्म पता करना असंभव रहा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी अटकलें हो सकती हैं, लेकिन किसी पर्यटक को मारने से पहले उसका धर्म पूछना असंभव है।’’ उनकी टिप्पणी की भाजपा ने तीखी आलोचना की और राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे ‘‘असंवेदनशील’’ बताया। हरिचंदन ने देव पर पीड़ितों के परिवारों के दुख का मज़ाक उड़ाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मानसिकता स्वीकार्य नहीं है।’’
जवाब में देव ने अपनी टिप्पणियों का बचाव करते हुए कहा कि उनके इरादे को गलत समझा गया। उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। मैंने बस इतना कहा कि हमलों की संक्षिप्त अवधि के दौरान पीड़ितों की धार्मिक पहचान के बारे में पूछना संभव नहीं रहा होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों का किसी धर्म से कोई संबंध नहीं होता।
अन्य न्यूज़