वायरस के इस वेरिएंट से रहें सावधान! फोन के जरिये आपको बना देगा अपना शिकार
ये एक रिमोट एक्सेस ट्रोजन है यानी एक तरह का वायरस है जो यूजर्स के स्मार्टफोन में घुस जाता है। इसके बाद यह वायरस यूजर का डाटा चुराता है और बैंकिंग डिटेल एकत्र करता है।
एक खतरनाक वायरस ब्राटा का नया वेरिएंट सामने आया है। जो एंड्राइड यूजर्स के स्मार्टफोन का सारा डेटा और उनके बैंक डिटेल्स चुरा रहा है। इसके साथ ही ये वायरस फोन की फैक्ट्री डाटा रिसेट भी कर रहा है। व्हाट्सएप जैसे मैसेजिंग एप पर भी मैसेज भेजकर अपने जाल में फंसा रहा है। कई युवा यूजर्स को एंटी स्पैम एप को डाउनलोड करने के लिए भी लिंक भेजा गया है, जो कि वास्तविक में एक प्रकार का स्पैम ही होता है।
क्या है ब्राटा वायरस
ये एक रिमोट एक्सेस ट्रोजन है यानी एक तरह का वायरस है जो यूजर्स के स्मार्टफोन में घुस जाता है। इसके बाद यह वायरस यूजर का डाटा चुराता है और बैंकिंग डिटेल एकत्र करता है। बता दें कि यह ट्रोजन नया नहीं है। इसे पहली बार 2019 में साइबर सुरक्षा कंपनी Kaspersky द्वारा Android RAT (रिमोट एक्सेस टूल) के रूप में देखा गया था। अब यह ट्रोजन अपडेट हो गया है।
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तीन वेरिएंट
रिपोर्ट की माने तो इस बैंकिंग ट्रोजन के कुल तीन वेरिएंट हैं। ब्राटा ए जिसमें एक ऐसा ट्रैंकिग जीपीएस फीचर था जो फोन की फैक्ट्री को रिसेट कर देता था। इसी वेरिएंट का एक और एडवांस वेरिएंट है ब्राटा बी जिससे कई बैंक के डिटेल निकालना काफी आसान है। जबकि इसका तीसरा वेरिएंट स्मार्टफोन पर मॉलवेयर भेजने का काम करता है। ये वेरिएंट एक दूसरा एप इंस्ट्रॉल करता है और मॉलवेयर पहले एप का इस्तेमाल करता है, जिसे यूजर ने डाउनलोड किया होता है।
इन देशों में एक्टिव
ब्राटा मॉलवेयर को सबसे पहले साल 2019 में देखा गया था। अब इसके एक नए वैरिएंट को देखा गया है। फिलहाल ये वायरस ब्राजील, यूके, पोलैंड, स्पेन, चीन और लैटीन अमेरिका में एक्टिव है। ब्राटा जैसे और फिर कई ऐसे वायरस भी हैं जो भारत में एक्टिव हैं।
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