अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से कश्मीर के हस्तशिल्प क्षेत्र को क्या लाभ हुआ ?
हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र के उत्थान के लिए सबसे बड़े शिल्प मेले का आयोजन किया गया ताकि कारोबारियों के साथ ही इस क्षेत्र के कारीगरों को भी राहत मिल सके। देखा जाये तो इस तरह की आकर्षक प्रदर्शनियों के माध्यम से कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र को भी काफी लाभ होगा।
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क की खास पेशकश अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद से कितना बदला जम्मू-कश्मीर में आप सभी का स्वागत है। आज बात करेंगे कश्मीर के हस्तशिल्प क्षेत्र को उबारने और स्वास्थ्य सुविधाओं को तेजी से बढ़ाने के लिए हो रहे कार्यों की। शुरुआत करते हैं कश्मीरी हस्तशिल्प से। देखा जाये तो कश्मीर का सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य ही नहीं बल्कि हस्तशिल्प भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन ने इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को काफी प्रभावित किया। हालात सामान्य होते ही केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन हस्तशिल्प क्षेत्र को उबारने के लिए तमाम प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र के उत्थान के लिए सबसे बड़े शिल्प मेले का आयोजन किया गया ताकि कारोबारियों के साथ ही इस क्षेत्र के कारीगरों को भी राहत मिल सके। देखा जाये तो इस तरह की आकर्षक प्रदर्शनियों के माध्यम से कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र को भी काफी लाभ होगा।
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दूसरी ओर कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निबटने के लिए जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा सुविधाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा है। कोरोना मरीजों को बेहतर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राजौरी जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) और एसोसिएटेड अस्पताल में एक अतिरिक्त कॉन्सेंट्रेटर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है। प्रशासन के इस कदम का भरपूर स्वागत किया जा रहा है।
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आपको कैसी लगी प्रभासाक्षी की पेशकश इसके बारे में राय जरूर दीजियेगा और हाँ 6 अगस्त तक विशेष रूप से चलने वाली हमारी इस श्रृंखला को अवश्य देखते रहिये क्योंकि बदलते कश्मीर की कहानी सबकी जुबां पर होनी ही चाहिए।
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