बांके बिहारी मंदिर हादसा: जांच समिति ने पुजारियों से मुलाकात की, जल्द सौंपेगी रिपोर्ट
समिति ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों, पुजारियों तथा मंदिर प्रबंधन के लोगों से भी बात की। गौरतलब है कि बांके बिहारी मंदिर हादसे के पश्चात यह जांच समिति गठित की गई थी। यह समिति गत माह एक सप्ताह मथुरा में रही थी और उसने इस मामले में छानबीन की थी और लोगों के बयान दर्ज किए थे।
मथुरा (उत्तर प्रदेश), 4 सितम्बर। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति ने घटना के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए शनिवार को फिर यहां दौरा किया और पुजारियों से बातचीत कर छानबीन की। जन्माष्टमी की रात वृंदावन स्थित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में हुए हादसे की जांच कर रही समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह एवं इसके सदस्य गौरव दयाल शनिवार को पुनः वृन्दावन पहुंचे। उन्होंने एक बार फिर मंदिर परिसर का निरीक्षण किया।
समिति ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों, पुजारियों तथा मंदिर प्रबंधन के लोगों से भी बात की। गौरतलब है कि बांके बिहारी मंदिर हादसे के पश्चात यह जांच समिति गठित की गई थी। यह समिति गत माह एक सप्ताह मथुरा में रही थी और उसने इस मामले में छानबीन की थी और लोगों के बयान दर्ज किए थे। सुलखान सिंह ने कहा, ‘‘बांके बिहारी मंदिर की घटना के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए हमने पुजारी समुदाय के साथ बातचीत की।’’
अलीगढ़ के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि उन्होंने कुछ बिंदुओं पर पुजारियों के साथ बातचीत की, लेकिन उन्होंने चर्चा का विवरण नहीं दिया। समित ने बताया कि बातचीत के सभी बिंदुओं को जांच रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी की रात मंगला आरती के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति के बाद दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और सात अन्य लोग घायल हो गए थे। इस बीच, पुजारियों के परिवारों की महिला सदस्यों ने शनिवार को समिति से मौखिक शिकायत की कि जन्माष्टमी त्रासदी के बाद शुरू की गई प्रवेश एवं निकासी की नई प्रणाली से उन्हें असुविधा हो रही है।
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