कश्मीर में अधिकारी लोगों को एहतियातन हिरासत में ले रहे: मीरवाइज उमर फारुक
जम्मू और कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों (18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर) में मतदान होंगे। परिणाम आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता मीरवाइज उमर फारुक ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अधिकारी विधानसभा चुनाव से पहले कश्मीर में लोगों को एहतियातन हिरासत में ले रहे हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि अधिकारियों ने उन्हें घर में नजरबंद कर दिया और बृहस्पतिवार को इस्लामिक मौलवियों के एक संगठन की ‘‘महत्वपूर्ण बैठक’’ में शामिल होने की अनुमति नहीं दी।
फारुक ने ईमेल के जरिए दिए गए बयान में कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश दिए थे कि एहतियातन हिरासत और लोगों को पुलिस थानों में बुलाने से बचना चाहिए। इसके बावजूद श्रीनगर शहर के विभिन्न शहरों और गांवों से कई लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘खासकर राजनीतिक कार्यकर्ताओं और युवाओं को परेशान किया जा रहा है और उन्हें पुलिस थानों में पेश होने लिए कहा जा रहा है, उनसे मुचलके मांगे जा रहे हैं।’’
मीरवाइज ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर हिरासत में लिए जाने वाले लोगों की लंबी सूची प्रत्येक पुलिस थानों में तैयार की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हिरासत में लिए गए लोगों और इन सूचियों में शामिल लोगों में डर है कि एक बार गिरफ्तार होने के बाद उन पर कठोर पीएस (जम्मू और कश्मीर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम) और यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।’’
जम्मू और कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों (18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर) में मतदान होंगे। परिणाम आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
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