राहुल गांधी के खास माने जाने वाले अल्लू मियां गांधी परिवार के बेहद हैं करीब, सोनिया गांधी को मानते हैं भाभी
अमेठी से ताल्लुक रखने वाले अल्लू मियां को लखनऊ पुलिस ने धोखाबाजी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आपको बता दें अल्लू मियां गांधी परिवार के बेहद करीबी कहे जाने वालों में से एक है। गांधी परिवार से उनका बहुत पुराना नाता बताया जाता है।
नयी दिल्ली। अमेठी से ताल्लुक रखने वाले अल्लू मियां को लखनऊ पुलिस ने धोखाबाजी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आपको बता दें अल्लू मियां गांधी परिवार के बेहद करीबी कहे जाने वालों में से एक है। गांधी परिवार से उनका बहुत पुराना नाता बताया जाता है। नव भारत टाइम्स की खबर के मुताबिक, दरअसल अमेठी की राजनीति में कांग्रेस की ओर से मैदान संभालने और काफी सक्रीय कहे जाने वाले अल्लू मियां को लखनऊ में जमीन कब्जा करने, जालसाजी तथा रंगदारी मांगने के आरोप में वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बताते हैं आपको कौन हैं अल्लू मियां
इनके इतिहास की बात करें तो यूपी के अमेठी जिले के निहालगढ़ गांव के निवासी हाजी मोहम्मद रफ़ीक वारसी उर्फ अल्लू मियां का गांधी परिवार पुराना रिश्ता बताया जाता है। आपको बताते चलें कि, संजय गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से इनके अच्छे संबंध थे। बताया जाता है कि सोनिया गांधी को वह भाभी के रिश्ते का दर्जा दिया करते थे और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बेटा व बेटी का दर्जा दिया करते थे। कांग्रेस पार्टी में अपनी अलग पहचान से अल्लू मियां जाने जाते है। इससे पहले भी राजस्थान में होने वाले चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव प्रचार -प्रसार की जिम्मेदारी अल्लू मियां को सौंपी थी।
अल्लू मियां की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पर कितना असर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले हाजी मोहम्मद रफीक उर्फ अल्लू मियां की गिरफ्तारी से कांग्रेस को बेहद ही ज्यादा फर्क पड़ने वाला है क्योंकि हाजी मोहम्मद रफीक उर्फ़ अल्लू मियां भले ही कांग्रेस पार्टी में किसी खास ओहदे पर न रहें हो, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी में एक अच्छी छवि वाले नेता के रूप में अमेठी की जनता उन्हें देखती थी।
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किस मामले में हुए गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर संजय कुमार यादव ने बताया कि वैभव ने मंजू रावत से 4500 वर्ग फुट जमीन खरीदी थी। साल 2018 से अल्लू मियां और उसका बेटा इस जमीन पर वैभव को कब्जा नहीं लेने दे रहे थे। वह जैसे ही निर्माण शुरू कराते, कथित रूप से बेटे संग पहुंचकर अल्लू मियां मारपीट करते थे। इस मामले की FIR गोमतीनगर थाने में दर्ज हुई तो अल्लू ने ममता आवासीय सहकारी समिति की तरफ से 1990 की गई रजिस्ट्री दिखाकर जमीन पर मालिकाना हक जताया।
अल्लू मियां पर फर्जी रजिस्ट्री का है आरोप
मीडिया की खबर के अनुसार, पुलिस ने मामले में जांच के बाद रजिस्ट्री की जांच की तो पता चला कि समिति के सचिव की फोटो लगाकर अल्लू ने अपनी पत्नी के नाम फर्जी रजिस्ट्री कराई थी। मामले पर दोरोगा का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ वॉरंट जारी हो चुका था।आपको बता दें कि साल 2020 में दर्ज हुआ था मुकदमा जानकारी मुताबिक अल्लू, उनकी पत्नी मेहरुन्निसा और बेटे आदिल रशीद के खिलाफ 8 मई 2020 को केस दर्ज किया गया था। कैसरबाग निवासी प्रॉपर्टी डीलर वैभव श्रीवास्तव ने यह रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
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