एक परीक्षा किसी व्यक्ति की क्षमता को परिभाषित नहीं कर सकता : धर्मेन्द्र प्रधान
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम आने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को छात्रों को शुभकामनाएं दी और कहा कि एक परीक्षा किसी भी व्यक्ति की क्षमता को परिभाषित नहीं करती है और सफलता उन्हें मिलती है जो कभी हार नहीं मानते।
नयी दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम आने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को छात्रों को शुभकामनाएं दी और कहा कि एक परीक्षा किसी भी व्यक्ति की क्षमता को परिभाषित नहीं करती है और सफलता उन्हें मिलती है जो कभी हार नहीं मानते। प्रधान ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ यह सफलता का जश्न मनाने और पूरे वर्ष भर आपके द्वारा किये गए परिश्रम के फल का आनंद उठाने का समय है। आपके सुखद और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ कई मित्रों की उम्मीदें पूरी नहीं हुई। मैं उनसे हार नहीं मानने की अपील करता हूं। एक परीक्षा किसी व्यक्ति की क्षमता को परिभाषित नहीं कर सकती है।’’ शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ कठिन परिश्रम करते रहें और अपने सपनों को पूरा करने को बढ़ें। सफलता उन्हें मिलती है जो हार नहीं मानते।’’ प्रधान ने बोर्ड परीक्षा में लड़कियों के बेहतर प्रदर्शन की भी सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘ वर्षों से परीक्षा परिणाम की एक खासियत यह रही है कि लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा है। यह देखना सुखद है कि इस वर्ष भी लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया। समाज के रूप में हमारे लिए कई कारण है कि बालिका शिक्षा की बाधाओं को दूर करें।’’
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गौरतलब है कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार को 10वीं कक्षा के नतीजे घोषित किए जिसमें 93.12 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है और उनका उत्तीर्ण प्रतिशत 94.25 रहा है, वहीं लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 92.27 रहा। सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए और 87.33 प्रतिशत विद्यार्थियों ने इस बार सफलता हासिल की है। 12वीं कक्षा में लड़कों के मुकाबले छह प्रतिशत अधिक लड़कियां उत्तीर्ण हुई हैं।
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