प्रधानमंत्री पर 72 घंटे का नहीं बल्कि 72 साल का लगना चाहिए बैन: अखिलेश
चुनाव आयोग ने हाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं पंजाब के मंत्री नववोज सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर उनके प्रचार करने पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नरेंद्र मोदी के उस दावे की तीखी आलोचना की है कि तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं और कहा कि उनके इस शर्मनाक भाषण के लिए उन पर 72 साल का प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। चुनाव आयोग ने हाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं पंजाब के मंत्री नववोज सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर उनके प्रचार करने पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट किया कि विकास पूछ रहा है...क्या आपने प्रधानजी (प्रधानमंत्री) का शर्मनाक भाषण सुना? 125 करोड़ देशवासियों का भरोसा खोने के बाद अब वह 40 विधायकों की ओर से कथित रूप से दिए गए दलबदल के अनैतिक आश्वासन के भरोसे हैं।
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उन्होंने कहा कि यह उनके काले धन की मानसिकता दर्शाता है। उन पर 72 घंटे नहीं बल्कि 72 साल का प्रतिबंध लगना चाहिए। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के श्रीरामपुर लोकसभा सीट और उत्तर 24 परगना के बैरकपुर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार के दौरान मोदी ने टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षाओं पर हमला बोलते हुए कहा था कि दीदी दिल्ली दूर है। मोदी ने कहा था कि दीदी जब चुनाव परिणाम आएंगे तब आपके विधायक भी आपका साथ छोड़ देंगे। आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं और एक बार भाजपा चुनाव जीत जाए आपके सभी विधायक आपको छोड़ कर भाग जाएंगे। राजनीतिक जमीन आपके पैरों के नीचे से खिसक चुकी है।
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उन्होंने कहा था कि महज कुछ सीटों के दम पर दीदी आप दिल्ली नहीं पहुंच सकती। दिल्ली दूर है। दिल्ली जाना तो बस बहाना है। उनका असल मकसद अपने भतीजे को राजनीतिक तौर पर स्थापित करना है। तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने तत्काल पलटवार किया और प्रधानमंत्री पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि टीएमसी चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेगी।
‘विकास’ पूछ रहा है: प्रधान जी का शर्मनाक भाषण सुना क्या? “सवा सौ करोड़” देशवासियों का भरोसा खोकर अब वो बंगाल के 40 विधायकों के तथाकथित दल-बदल के अनैतिक भरोसे तक सिमट गये हैं. ये वो नहीं काले धन की मानसिकता बोल रही है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 30, 2019
इसके लिए उन पर 72 घंटे नहीं बल्कि 72 साल का बैन लगना चाहिए. pic.twitter.com/H504UdfWGo
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